Move to Jagran APP

ब्रिटिश पीएम बोरिस जानसन का दावा, कहा- अगले तीन कार्यकाल तक संभालेंगे पद, उपचुनाव में पार्टी की हार के बाद बढ़ा दबाव

पीएम जानसन को उनकी पार्टी द्वारा लाए गए विश्वास मत का सामना करना पड़ा है। कंजरवेटिव पार्टी के 41 फीसदी सांसद उनके विरुद्ध थे। इसके बाद बीते शुक्रवार को उनकी पार्टी उपचुनाव की दोनों सीटें हार गई। उपचुनाव में हारने वाली एक सीट पर दशकों से पार्टी का कब्जा था।

By Amit SinghEdited By: Published: Mon, 27 Jun 2022 06:15 AM (IST)Updated: Mon, 27 Jun 2022 06:15 AM (IST)
ब्रिटिश पीएम बोरिस जानसन का दावा, कहा- अगले तीन कार्यकाल तक संभालेंगे पद, उपचुनाव में पार्टी की हार के बाद बढ़ा दबाव
तीन कार्यकाल तक पद पर बने रहना चाहते हैं ब्रिटिश पीएम

किगाली, रायटर: सत्ता छोड़ने की अटकलों के बीच ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने कहा कि उनका लक्ष्य तीन टर्म तक सत्ता में बने रहना है। यानि वह वर्ष 2024 और 2029 के चुनावों में जीत हासिल करना चाहते हैं। अगर वह ऐसा करने में सफल रहे तो वह संवैधानिक रूप से 200 साल में इस पद पर सबसे अधिक समय तक रहने वाले नेता बन जाएंगे। यह बातें जानसन ने उपचुनाव में हार के बाद पद छोड़ने के सवाल पर कहीं।

loksabha election banner

उपचुनाव में हार से जानसन के नेतृत्व पर संदेह

दरअसल, इसी महीने पीएम जानसन को उनकी पार्टी द्वारा लाए गए विश्वास मत का सामना करना पड़ा। कंजरवेटिव पार्टी के 41 फीसदी सांसद उनके विरुद्ध थे। इसके बाद बीते शुक्रवार को उनकी पार्टी उपचुनाव की दोनों सीटें हार गई। उपचुनाव में हारने वाली एक सीट पर दशकों से पार्टी का कब्जा था। इसके बाद से जानसन के नेतृत्व पर संदेह जताया जाने लगा। इस समय ब्रिटेन में महंगाई की दर बीते 40 साल में सबसे अधिक है।

तीन टर्म तक पद पर रहने का दावा

पार्टी के पूर्व नेता माइकल हावर्ड कहते हैं कि कंजरवेटिव पार्टी अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद अब जानसन को भी पद छोड़ देना चाहिए। हालांकि, रवांडा की राजधानी किगाली में मौजूद पीएम जानसन ने इस बाबत पूछे जाने पर साफ कहा कि वह तीन टर्म तक पीएम पद पर बने रहना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह ऐसा करके दिखाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी में उनके विरुद्ध किसी भी चुनौती से इनकार किया। वहीं, अगर वह 2031 तक पीएम पद पर बने रहते हैं तो वह पूर्व पीएम मारगे्रट थैचर का रिकार्ड तोड़ देंगे। मीडिया से बातचीत में जानसन ने कहा कि वो अपनी पार्टी के भीतर से एक और आंतरिक चुनौती से लड़ने की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने लाकडाउन पार्टियों की मीडिया रिपोर्टिंग के महीनों में आंशिक रूप से उपचुनाव हार को जिम्मेदार ठहराया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.