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पीएचडी करने के बाद भी ब्रिटेन में रह सकेंगे भारतीय छात्र, ब्रिटेन ने आसान बनाए वीजा नियम

भारत समेत दुनिया के अन्य देशों के छात्र अब पीएचडी पूरी करने के बाद ब्रिटेन में नौकरी कर सकेंगे। ब्रिट‍िश सरकार ने पीएचडी करने वाले छात्रों को बड़ी राहत दी है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 06:02 AM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 06:02 AM (IST)
पीएचडी करने के बाद भी ब्रिटेन में रह सकेंगे भारतीय छात्र, ब्रिटेन ने आसान बनाए वीजा नियम
पीएचडी करने के बाद भी ब्रिटेन में रह सकेंगे भारतीय छात्र, ब्रिटेन ने आसान बनाए वीजा नियम

लंदन, पीटीआइ। पीएचडी करने के लिए ब्रिटेन जाने वाले छात्रों को सरकार ने बड़ी राहत दी है। भारत समेत दुनिया के अन्य देशों के छात्र अब पीएचडी पूरी करने के बाद यहां नौकरी कर सकेंगे। इसके लिए सरकार ने वीजा के नियमों को आसान बना दिया है। ब्रिटिश सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 2021 से पीएचडी करने वाले छात्र अध्ययन के बाद काम करने के लिए ब्रिटेन में तीन साल रह सकेंगे।

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बता दें कि सरकार स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों को पढ़ाई पूरी करने के दो साल बाद तक देश में रहने की पहले ही इजाजत दे चुकी है। सरकार का मानना है कि इस फैसले से दूसरे देशों के छात्रों को अच्छी नौकरी पाने में आसानी होगी और वे ब्रिटेन के आर्थिक विकास में योगदान दे पाएंगे।

ब्रिटिश काउंसिल ने नई घोषणाओं को उत्साहजनक बताते हुए कहा कि इससे भारत और ब्रिटेन के बीच प्रतिभा और शोध को मजबूती मिलेगी। यही नहीं इससे नई खोज को बढ़ावा मिलेगा और शैक्षिक व्यवस्था मजबूत होगी। ब्रिटिश काउंसिल के भारत की निदेशक बारबरा विखम ने कहा, ब्रिटेन में शिक्षा और अपना करियर संवारने के लिए आने वाले भारत के पीएचडी छात्रों को फायदा होगा। उन्हें तीन साल का अनुभव मिलेगा।

गौरतलब है कि चीन के बाद सबसे ज्यादा भारत के ही छात्र वीजा के लिए आवेदन करते है। पिछले साल की तुलना में 2020 में ऐसे आवेदन में 32.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। अभी हाल ही में भारतीय आईटी पेशेवरों को बड़ा झटका देते हुए अमेरिका ने एच-1बी वीजा के साथ ही अन्य विदेश कार्य वीजा जारी करने पर इस साल के अंत तक रोक लगा दी थी। ऐसे में ब्रिटेन के इस कदम से अमेरिका से मायूस भारत के दक्ष पेशेवरों के लिए बड़ी राहत मिली है।

सर्च इंजन गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने भी अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा वीजा जारी करने पर रोक के फैसले पर निराशा जाहिर की थी। उन्‍होंने कहा था कि आव्रजन ने अमेरिका की आर्थिक सफलता में बहुत योगदान दिया है और प्रौद्योगिकी में उसे वैश्विक सिरमौर बनाया है। गूगल आज जो कुछ है उसमें दूसरे देशों से आने वाले लोगों ने बड़ा योगदान दिया है। पिचाई ने कहा था कि हम दूसरे देशों से रोजगार के लिए आने वाले लोगों के साथ हैं और सभी के लिए अवसर पैदा करने का काम करते रहेंगे।


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