ईयू और आयरलैंड के दबाव में ब्रिटेन ने दिए ब्रेक्जिट प्रस्ताव में संशोधन के संकेत
लातविया के प्रधानमंत्री क्रिसजानिस कारिंस ने कहा है कि ब्रिटेन अगर प्रस्ताव में संशोधन के लिए तैयार नहीं होता तो उसे स्वीकार करना बहुत मुश्किल होगा।
लंदन, एएफपी। ब्रिटेन ने संकेत दिया है कि वह यूरोपीय यूनियन (ईयू) के साथ समझौते के अपने ताजा प्रस्ताव में बदलाव कर सकता है। बदलाव में उत्तरी आयरलैंड के लिए ज्यादा सहूलियतों का प्रस्ताव हो सकता है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने यूरोपीय नेताओं के दबाव और आयरलैंड के नेताओं के असंतोष को देखते हुए प्रस्ताव में बदलाव का यह संकेत दिया है।
46 साल पुराना रिश्ता तोड़ने का एलान
ब्रिटेन के ब्रेक्जिट मामलों के मंत्री स्टीफन बर्कले ने कहा, इसी सप्ताह यूरोपीय यूनियन को दिया समझौता प्रस्ताव व्यापक जमीनी हालात ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। उन्होंने अनुरोध किया कि ईयू 31 अक्टूबर की ब्रेक्जिट की प्रस्तावित तिथि के मद्देनजर ताजा प्रस्ताव पर सकारात्मक और लचीलेपन से फैसला ले। जॉनसन ने 31 अक्टूबर को यूरोपीय यूनियन से ब्रिटेन का 46 साल पुराना रिश्ता तोड़ने का एलान कर रखा है, भले ही यह संबंध विच्छेद सशर्त हो या बिना शर्त।
बर्कले कहा कि सरकार 17-18 अक्टूबर को होने वाली ईयू समिट से पहले ब्रेक्जिट पर संसद से सहमति लेने की भी कोशिश करेगी। इससे सरकार के ब्रेक्जिट को लेकर गंभीर प्रयासों का पता चलेगा, लेकिन ईयू नेताओं ने ब्रिटेन के ताजा प्रस्ताव पर कुछ आपत्तियां जताई हैं और अनुरोध किया है कि उन्हें संशोधित किया जाए।ब्रिटेन के समझौता प्रस्ताव पर ईयू में विचार विमर्श जारी है।
यूरोपीय यूनियन को समझौते के प्रस्ताव की प्रतीक्षा
लातविया के प्रधानमंत्री क्रिसजानिस कारिंस ने कहा है कि ब्रिटेन अगर प्रस्ताव में संशोधन के लिए तैयार नहीं होता तो उसे स्वीकार करना बहुत मुश्किल होगा। सब कुछ बोरिस जॉनसन पर निर्भर करता है, क्योंकि यूरोपीय यूनियन शुरू से समझौते के प्रस्ताव की प्रतीक्षा कर रहा।
ब्रेक्जिट मसले पर ईयू के साथ फंसा कांटा
सूत्रों के अनुसार जॉनसन ने ताजा प्रस्ताव देने के अगले दिन से ही यूरोपीय नेताओं से टेलीफोन पर समर्थन मांगना शुरू कर दिया था, लेकिन समझौते को लेकर उन्हें अभी तक ठोस आश्वासन नहीं मिले हैं। ब्रेक्जिट मसले पर ईयू के शीर्ष वार्ताकार माइकल बर्नियर ने शनिवार को फ्रांस में कहा, ताजा प्रस्ताव के साथ किसी समझौते पर पहुंचना बहुत मुश्किल है।