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ईयू के दायरे से बाहर हुआ ब्रिटेन, महारानी क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय ने ब्रेक्जिट को दी मंजूरी

ब्रिटेन 31 दिसंबर को आधी रात से ईयू से वास्तविक रूप से अलग हो गया। ब्रेक्जिट बिल संसद के दोनों सदनों से पास होने के बाद ब्रिटेन की महारानी क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय ने भी अपनी मंजूरी दे दी है। नए साल से ब्रिटेन अब अपनी राह खुद तय करेगा।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 31 Dec 2020 07:47 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jan 2021 12:49 AM (IST)
ईयू के दायरे से बाहर हुआ ब्रिटेन, महारानी क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय ने ब्रेक्जिट को दी मंजूरी
आज 31 दिसंबर को आधी रात से ब्रिटेन ईयू से वास्तविक रूप से अलग हो जाएगा।

लंदन, रायटर। ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन दोनों के लिए ही अब ब्रेक्जिट हकीकत बन गया है। 11 महीने पहले औपचारिक रूप से घोषित किए जाने के बाद आज आधी रात से ब्रिटेन ईयू से वास्तविक रूप से अलग हो गया। ब्रेक्जिट बिल संसद के दोनों सदनों से पास होने के बाद ब्रिटेन की महारानी क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय ने भी अपनी मंजूरी दे दी है। इस तरह से शाही मंजूरी के बाद नए साल से ब्रिटेन अब अपनी राह खुद तय करेगा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संसद और यूरोपियन यूनियन दोनों का ही आभार जताया।

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अंत नहीं नई शुरूआत है ब्रेक्जिट 

जॉनसन ने कहा कि 31 दिसंबर को रात 11 बजे से हमारी यूरोपियन यूनियन के साथ नए संबंधों की शुरूआत हो रही है। ब्रेक्जिट अंत नहीं है, नई शुरूआत है। उन्होंने कहा कि इस महान देश का भाग्य अब हमारे हाथ में है। हम इस दायित्व को पूरी मजबूती के साथ निभाएंगे। बुधवार को हाउस ऑफ लार्डस में ब्रेक्जिट का बिल 73 के मुकाबले 521 वोटों से पारित कर दिया गया। ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन का 48 साल पुराना यह रिश्ता अब दूसरे रूपों में देखा जाएगा।

52 फीसद ने ब्रेक्जिट पर जताई थी सहमति

हालांकि अभी माना जा रहा है कि ब्रेक्जिट का भविष्य अनिश्चित है और इसको अपनी आने वाली पीढ़ी के भविष्य को तय करने की बड़ी जिम्मेदारी है। ज्ञात हो कि 23 जून 2016 को जनमत संग्रह में भाग लेते हुए 52 फीसद जनता ने ब्रेक्जिट पर अपनी सहमति जताई थी, जबकि 48 फीसद इसके खिलाफ में रहे थे। जनमत संग्रह से दिखाई दिया था कि इस मुद्दे पर यूरोपियन यूनियन से ज्यादा ब्रिटेन बंटा हुआ था।

जॉनसन के पिता लेंगे फ्रांस की नागरिकता

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के पिता स्टेनले जॉनसन ने कहा है कि ब्रेक्जिट के बाद भी यूरोपियन यूनियन से संबंध बनाए रखने के लिए उन्होंने फ्रांस में पासपोर्ट के लिए आवेदन किया है। स्टेनले जॉनसन यूरोपियन यूनियन के सांसद थे। फ्रांस में परिवार के घनिष्ठ संबंधों के कारण ही उन्होंने वहां की नागरिकता के लिए आवेदन किया है। स्टेनले ने कहा कि मेरी मां फ्रांस की हैं। उनके दादा भी फ्रांस के ही थे। मैं हमेशा यूरोपियन ही रहूंगा। 


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