प्रधानमंत्री टेरीजा मे से मतभेद के चलते ब्रिटेन के मंत्री का इस्तीफा
ब्रिटेन में ब्रेक्जिट मंत्री डेविड डेविस और उनके एक सहयोगी ने इस्तीफा दे दिया है। इस इस्तीफे को प्रधानमंत्री थेरेसा मे के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
लंदन (एएफपी)। ब्रिटेन में ब्रेक्जिट मंत्री डेविड डेविस और उनके एक सहयोगी ने इस्तीफा दे दिया है। उनका ये कदम अपनी पार्टी को एकजुट कर रहीं ब्रिटेश की प्रधानमंत्री टेरीजा मे के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। यूरोपीय संघ से निकलने के बावजूद थेरेसा मे की योजना मजबूत आर्थिक संबंध को बरकरार रखने की है। डेविस ने मे को लिखे पत्र में कहा है कि नीति की सामान्य दिशा हमें सबसे कमजोर बातचीत की स्थिति में लाकर छोड़ देगी और संभवतः इससे बच निकलना भी मुश्किल होगा।
ब्रिटिश मीडिया की खबरों के मुताबिक जूनियर ब्रेक्जिट मंत्री स्टीव बेकर ने भी इस्तीफा दे दिया है। दोनों मंत्रियों के इस्तीफा देने से दो दिन पहले ही कैबिनेट ने उस योजना को मंजूरी दी थी, जिसमें एक बैठक में ब्रेसेल्स के साथ बातचीत के रास्ते खोलने के प्रयास संबंधी बातें शामिल थीं। बता दें कि डेविस को 2016 में ब्रेक्जिट का सचिव नियुक्त किया गया था।
बता दें कि कुछ वक्त पहले ब्रिटेन के यूरोपीय संघ (ईयू) से अलग होने (ब्रेक्जिट) पर औपचारिक वार्ता की पहल हुई थी। वहीं, टेरीजा मे की तरह ही डेविड डेविस जैसे ब्रेक्जिट समर्थक नेता ईयू के एकल बाजार और कस्टम यूनियन से पूर्ण अलगाव चाहते हैं, जिसे ‘हार्ड ब्रेक्जिट’ कहा जा रहा है। हालांकि अब डेविस के इस्तीफे की बाद टेरीजा का अगला कदम क्या होगा, ये देखना होगा।
इस बीच डेविस के पत्र के जवाब में मे ने कहा कि उस ब्रेक्जिट योजना का मतलब निसंदेह ब्रसेल्स से यूनाइटेड किंगडम तक शक्तियों की वापसी है और यूरोपीय एकल बाजार और ये यूरोपीय एकल बाजार और सीमा शुल्क संघ छोड़ने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप है। उन्होंने आगे कहा, 'यूरोपीय संघ से हमारे प्रस्थान के बाद राज्य सचिव के रूप में पिछले दो वर्षों में आपने जो कुछ भी किया है, उसके लिए मैं आपको गर्मजोशी से धन्यवाद देना चाहती हूं।'
कौन है डेविस डेविस?
- पूरा नाम : डेविड माइकल डेविस
- डेविस कंजर्वेटिव पार्टी के ब्रिटिश राजनेता हैं
- डेविस को 2016 में ब्रेक्जिट का सचिव नियुक्त किया गया था
यूरोपीय संघ क्या है?
- यूरोपीय संघ (ईयू) 28 यूरोपीय देशों की आर्थिक और राजनीतिक भागीदारी है
- द्वितीय विश्व युद्ध के बाद आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए यूरोपीय संघ का निर्माण हुआ
- इसके पीछे की सोच ये थी कि जो देश एक साथ व्यापार करेंगे वो एक दूसरे के खिलाफ युद्ध करने से बचेंगे
- ये एक बाजार के तौर पर विकसित हुआ, इसके तहत इन देशों में सामान और लोगों की बेरोक-टोक आवाजाही होने लगी, मानो सभी सदस्य देश एक बड़ा देश हों
- इसकी अपनी मुद्रा है- यूरो, जो 19 सदस्य देश इस्तेमाल करते हैं।
जानिए क्या है ब्रेक्जिट?
- ब्रेक्जिट शब्द का मतलब है कि ब्रिटेन यूरोपीय संघ छोड़ेगा। इसमें ब्रिटेन और छोड़ेगा शब्द को मिलाकर एक शब्द बनाया गया है, ब्रेक्जिट।
- इसे लेकर ब्रिटेन में भी दो गुट थे, जिनमें से एक का मत 'रीमेन' (Remain या ईयू में बने रहें) था और दूसरे का मत है 'लीव' (Leave या ईयू को छोड़ दें) था।
- 23 जून 2016 में ब्रिटेन की जनता ने जनमत संग्रह के जरिये ईयू में बने रहने या नहीं रहने को लेकर वोट दिया
- हालांकि तत्कालीन प्रधानमंत्री डेविड कैमरन चाहते थे कि ब्रिटेन यूरोपीय संघ में रहे। उनके कैबिनेट के 16 सदस्य भी रहने के पक्ष में थे।
- 24 जून, 2016 को ब्रिटेन के लोगों ने ईयू से अलग होने का फैसला लिया
- ब्रिटेन वर्ष 1973 से यूरोपियन यूनियन का हिस्सा था।