ब्रिटेन की ट्रैवल कंपनियों ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, यात्राओं पर सभी प्रतिबंध हटाने की मांग
हवाई अड्डों और एयरलाइनों के एक समूह ने शुक्रवार को यात्रा प्रतिबंधों को लेकर ब्रिटिश सरकार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की। उन्होंने कहा कि देश के मंत्रियों को गंतव्य देशों में कोविड-19 जोखिमों की रेटिंग के निर्णयों पर थोड़ा और साफ रुख अपनाना चाहिए।
लंदन, रॉयटर्स: हवाई अड्डों और एयरलाइनों के एक समूह ने शुक्रवार को यात्रा प्रतिबंधों को लेकर ब्रिटिश सरकार के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू की। उन्होंने कहा कि देश के मंत्रियों को गंतव्य देशों में कोविड-19 जोखिमों की रेटिंग के निर्णयों पर थोड़ा और साफ रुख अपनाना चाहिए।
एयरपोर्ट्स के ग्रुप ने दायर किया मुकदमा
यह मुकदमा मैनचेस्टर एयरपोर्ट्स ग्रुप के नेतृत्व में, रायनएयर, ईज़ीजेट, ब्रिटिश एयरवेज के मालिक आईएजी और टीयूआई यूके के समर्थन से दायर किया गया है। गौरतलब है कि गुरुवार को सरकार द्वारा यात्राओं के लिए घोषित योजनाओं के बावजूद ये मुकदमा आगे बढ़ रहा है। सरकार के खिलाफ मुकदमा करने वाली कंपनियों के मुख्य कार्यकारी के अनुसार, ब्रिटिश उपभोक्ताओं को यह समझने की आवश्यकता है कि यात्राओं को लेकर निर्णय कैसे किए जाते हैं। ताकि वे आत्मविश्वास से अपनी यात्रा की योजना बना सकें। यही कारण है कि, हम सरकार से डेटा और सलाह देने के लिए कह रहे हैं जो उन्हें निर्णय लेने मदद कर रहा है।
सभी प्रतिबंध हटाने की मांग
ब्रिटेन के मुताबिक मध्यम-जोखिम वाले देशों से लौटने वाले, वैक्सीनेटड ब्रिटिश निवासियों को अब 19 जुलाई से घर आने पर क्वारंटीन नहीं करना पड़ेगा। लेकिन ट्रैवल कंपनियों के मुताबिक कि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि सरकार किस सिस्टम के तहत गंतव्यों के बारे में रेटिंग निर्णय कैसे लेती है। जहां कम जोखिम हरा है, मध्यम जोखिम एम्बर है और उच्च जोखिम लाल है। आने वाले वक्त में नियम परिवर्तन के बावजूद, शिकायतकर्ता चाहते हैं कि कानूनी कार्यवाही के दौरान यात्रा को व्यापक रूप से फिर से खोलने के लिए बाध्य किया जाए। शिकायकर्ताओं के मुताबिक सरकार के तरफ से कुछ ही जगहों को ग्रीन श्रेणी में रखा गया है, इनमें से कई छोटे द्वीप हैं, लेकिन मुख्य यात्रा गंतव्य जैसे स्पेन, ग्रीस, फ्रांस और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे सभी बड़े गंतव्य एम्बर हैं। इसका मतलब है कि 19 जुलाई के बाद भी यहां यात्रा प्रतिबंधित रहेगी और मांग में कमी आएगी। क्योंकि जिन लोगों के पास वैक्सीन की दो खुराक नहीं है, साथ ही ब्रिटेन आने के इच्छुक गैर-ब्रिटेन निवासियों को क्वारंटीन का सामना करना पड़ेगा।
बढ़ रहा है वित्तीय दबाव
गौरतलब है कि, सोलह महीनों के यात्रा प्रतिबंधों ने सभी एयरलाइनों और हवाई अड्डों को गंभीर वित्तीय दबाव में डाल दिया है और उनका कहना है कि रिकवरी में मदद करने और लाखों नौकरियों को बनाए रखने के लिए यात्राओं से सभी प्रतिबंध हटाने की जरूरत है।