VIDEO: लैंडिंग के वक्त दो हिस्सों में टूटकर आग के गोले में तब्दील हुआ बमवर्षक प्लेन
वीडियो में दिख रहा है कि बमवर्षक विमान लगभग जीरो वीजिबिलिटी में लैंडिंग कर रहा है। इसी दौरान उसके आगे का हिस्सा टूटकर अलग हो जाता है। लाखों लोग ये वीडियो देख चुके हैं।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। विमानों की क्रैश लैंडिंग के वीडियो और किस्से तो आपने बहुत सुने या देखे होंगे, लेकिन बमवर्षक प्लेन की क्रैश लैडिंग के ऐसे मामले बहुत कम ही सामने आते हैं। ये बमवर्षक विमान लगभग जीरो वीजिबिलिटी (Zero Visibility) में बर्फ से ढके हुए रनवे पर लैंडिगं करते वक्त हादसे का शिकार हुआ। सोशल मीडिया पर अब तक लाखों लोग ये वीडियो देख चुके हैं।
जीरो वीजिबिलिटी में बर्ष से ढके रनवे पर बमवर्षक प्लेन की लैडिंग का ये वीडियो एयर बेस पर तैनात एक अन्य जवान द्वारा मोबाइल कैमरे से बनाया गया है। वह जवान अपने मोबाइल में सबसे खतरनाक लैंडिंग की वीडियो रिकॉर्ड करना चाहता है। उसे इस बात का जरा भी एहसास नहीं था कि उसके मोबाइल कैमरे में ऐसी भयावह वीडियो रिकॉर्ड होने वाली है, जो लोगों को हैरान कर देगी।
रूस के बमवर्षक विमान की क्रैश लैंडिंग का ये हादसा ओलेनगॉरस्क (Olenegorsk) शहर के पास एक हवाई अड्डे पर हुआ है। घटना 22 जनवरी की है, जब वहां खतरनाक हिमपात हो रहा था और रनवे पूरी तरह से बर्फ से ढका हुआ था। इस वजह से वहां भयंकर कोहरा था और दृश्यता लगभग शून्य थी। जैसा की आप इस वीडियो में भी देख सकते हैं। एयरफोर्स कर्मी द्वारा मोबाइल कैमरे से रिकॉर्ड किया गया ये वीडियो ऑनलाइन लीक होने के बाद अब वायरल हो रहा है।
वीडियो में दिख रहा है कि बमवर्षक प्लेन ने जैसे ही घने कोहरे के बीच जैसे ही रनवे टच किया, दो हिस्सों में टूट गया। विमान के आगे का हिस्सा टूट कर शेष हिस्से के मुकाबले काफी दूर चला जाता है। विमान से टूटते के बाद आगे का ये हिस्सा आग के गोले में तब्दील हो जाता है। इस दौरान एक तेज धमाके की भी आवाज सुनाई पड़ती है। माना जा रहा है कि ये आवाज विमान के टूटने या उसमें हुए धमाके की है।
विमान में सवार थे चार लोग
हादसा इतनी तेजी से और इतने खतरनाक तरीके से हुआ कि उसमें मौजूद पायलट और दो अन्य क्रू मेंबर को बचने का कोई मौका नहीं मिला। विमान की क्रैश लैंडिंग में दोनों क्रू मेंबर की मौके पर ही मौत हो गई थी। विमान का पायलट गंभीर रूप से घायल हो गया था और काफी जल चुका था। थोड़ी देर बाद उसने भी मौके पर ही दम तोड़ दिया। विमान का कमांडर चमत्कारिक ढंग से बच गया। हालांकि, उसे भी गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रशिक्षण मिशन पर था विमान
आपको जानकार हैरानी होगी कि दुर्घटनाग्रस्त होने वाला बमवर्षक प्लेन एक रूटीन प्रशिक्षण मिशन पर था। दरअसल पूरी दुनिया में सैन्य पायलट इस तरह के खतरनाक मौसम में लैंडिंग, टेक ऑफ और निशाना साधने आदि का प्रशिक्षण लेते रहते हैं। इस दौरान उनके साथ एक छोटा क्रू भी मौजूद रहता है, जिसमें इंस्टक्टर से लेकर अनुभवी पायलट तक मौजूद रहते हैं, ताकि किसी मुसीबत के वक्त वह स्थिति को नियंत्रित कर सकें। इस दुर्घटना में क्रू को संभलने का कोई मौका नहीं मिला, क्योंकि रनवे टच करने से पहले तक लग रहा था विमान एकदम सही लैंडिंग कर रहा है।
और बड़ा हो सकता था हादसा
अभी ये स्पष्ट नहीं है कि हादसा किस वजह से हुआ है। हादसे की वजह पता लगाने के लिए रूस ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। जांच के बाद हादसे की वजह स्पष्ट हो सकेगी। रूस के रक्षा मंत्रालय के अनुसार बमवर्षक प्लेन चूंकि नियमित प्रशिक्षण मिशन पर था, लिहाजा उसमें किसी तरह का कोई हथियार या बम आदि मौजूद नहीं थे। अगर विमान में बम आदि मौजूद होते तो हादसा और खतरनाक हो सकता था।
33 साल पुराना विमान था
दुर्घटनाग्रस्त होने वाला टुपोलेव-22M3 विमान एक सुपरसोनिक बमवर्षक प्लेन था। इसका इस्तेमाल लंबी दूरी के लिए रणनीतिक और समुद्री स्ट्राइकर बमवर्षक के तौर पर किया जाता था। रूस के इस बेहद खास विमान का निर्माण 33 साल पहले हुआ था। इसके बाद वर्ष 2012 में विमान में कुछ बड़े बदलाव कर इसे पूरी तरह से आधुनिक बना दिया गया था। इसी वजह से इसका उपयोग अब तक किया जा रहा था।