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रूस में कोविड से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान शुरू, सबसे पहले इन लोगों को लगेगा टीका

वैक्सीन के सार्वजनिक इस्तेमाल वाला दुनिया का पहला देश बना रूस । शुरू में डॉक्टरों शिक्षकों समेत ज्यादा खतरे वाले लोगों को लगेगा टीका। रूस की सरकार ने बताया है कि देश के 18 से 60 साल के लोगों को मुफ्त में वैक्सीन की खुराक दी जाएगी।

By Nitin AroraEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 08:57 PM (IST)Updated: Sun, 06 Dec 2020 07:31 AM (IST)
रूस में कोविड से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान शुरू, सबसे पहले इन लोगों को लगेगा टीका
रूस में कोविड से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान शुरू, सबसे पहले इन लोगों को लगेगा टीका।

मॉस्को, एपी। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश देने के तीन दिन के भीतर शनिवार को रूस में कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए सार्वजनिक टीकाकरण अभियान शुरू हो गया। सबसे पहले डॉक्टरों, शिक्षकों और ज्यादा खतरा झेल रहे अन्य लोगों को वैक्सीन दी जा रही है। इस प्रकार से रूस कोविड से बचाव के लिए टीकाकरण शुरू करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। पुतिन ने देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में भारी बढ़ोतरी को देखते हुए जल्द टीकाकरण शुरू करने का आदेश दिया था।

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रूस ने यह टीकाकरण अभियान स्वविकसित वैक्सीन स्पुतनिक वी का परीक्षण काल पूरा होने से पहले ही शुरू कर दिया है। रूस में इस समय वैक्सीन की 20 लाख खुराक तैयार हैं। टीकाकरण में इनका इस्तेमाल अगले सप्ताह के अंत तक किया जा सकेगा। शनिवार को 70 केंद्रों पर टीकाकरण की शुरुआत हो गई। मॉस्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने बताया कि अभियान शुरू होने के कुछ ही घंटों के भीतर पांच हजार लोगों को वैक्सीन दे दी गई। उल्लेखनीय है कि रूस दुनिया की पहली कोविड वैक्सीन स्पुतनिक वी को पंजीकृत करने वाला देश है। इसे वहां के नियामक से अगस्त की शुरुआत में ही स्वीकृति मिल चुकी है।

राष्ट्रपति पुतिन की बेटी और कई उच्च अधिकारियों ने यह वैक्सीन लगवाई है। इस सप्ताह के शुरू में नौसेना ने युद्धपोतों पर तैनात अपने कर्मियों को वैक्सीन देना शुरू कर दिया है। रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को ने बताया है कि विभिन्न चरणों में अभी तक देश के एक लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी हैं। हालांकि इस पर कई अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं। कहा है कि वैक्सीन की परीक्षण प्रक्रिया पूरी किए बगैर ही उसे इस्तेमाल के लिए सुरक्षित करार दे दिया गया। उल्लेखनीय है कि भारत में भी स्पुतनिक वी की परीक्षण प्रक्रिया चल रही है।

रूस की सरकार ने बताया है कि देश के 18 से 60 साल के लोगों को मुफ्त में वैक्सीन की खुराक दी जाएगी। कोरोना से बचाव के लिए गामेलिया इंस्टीट्यूट द्वारा विकसित इस वैक्सीन की दो खुराक दी जाएंगी। परीक्षण के अंतरिम विश्लेषण में स्पुतनिक वी वैक्सीन 91.4 प्रतिशत प्रभावी पाई गई है। वैसे रूस की दो और वैक्सीन भी इस समय परीक्षण प्रक्रिया से गुजर रही हैं। बुधवार को ब्रिटेन ने फाइजर और बायोएनटेक कंपनियों द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन से अगले सप्ताह से टीकाकरण अभियान शुरू करने की घोषणा की थी। लेकिन ब्रिटेन में अभियान शुरू होने से पहले ही रूस में टीकाकरण शुरू हो गया।


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