कोरोना के खिलाफ 97.8 फीसद प्रभावी पाई गई स्पुतनिक-वी, यूएई में 81 हजार से अधिक लोगों पर किया गया टेस्ट
स्पुतनिक-वी की दोनों डोज लेने वाले 81 हजार से अधिक लोगों में यह 97.8 फीसद प्रभावी पाई गई है। यह विश्लेषण आठ जून तक एकत्र किए गए आंकड़ों पर आधारित है। इसके अलावा यह गंभीर संक्रमण के खिलाफ सौ फीसद प्रभावी है यानी संक्रमण को गंभीर होने से बचाती है।
मास्को, एएनआइ। रसियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड (आरडीआइएफ) ने मंगलवार को एलान किया कि उसकी कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक-वी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 81 हजार से अधिक लोगों में 97.8 फीसद प्रभावी पाई गई है। आरडीआइएफ ने एक बयान में कहा है कि यूएई के स्वास्थ्य मंत्रालय ने टीकाकरण अभियान के दौरान वैक्सीन के सुरक्षित और अत्यधिक प्रभावी होने की पुष्टि की है।
गंभीर संक्रमण के खिलाफ सौ फीसद प्रभावी
स्पुतनिक-वी की दोनों डोज लेने वाले 81 हजार से अधिक लोगों में यह 97.8 फीसद प्रभावी पाई गई है। यह विश्लेषण आठ जून तक एकत्र किए गए आंकड़ों पर आधारित है। इसके अलावा यह गंभीर संक्रमण के खिलाफ सौ फीसद प्रभावी है यानी संक्रमण को गंभीर होने से पूरी तरह बचाती है और इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव भी देखने को नहीं मिला है।
Sputnik V सभी वैक्सीन में सबसे ज्यादा सुरक्षित
अर्जेंटीना की हेल्थ मिनिस्ट्री ने अपने अध्ययन में पाया है कि Sputnik V अभी तक निर्मित सभी वैक्सीन में सबसे ज्यादा सुरक्षित है। इस वैक्सीन को लगाने से अभी तक एक भी मौत होने का मामला सामने नहीं आया है। इस वैक्सीन को लगवाने के बाद लोगों में बेहद कम साइड इफेक्ट देखने को मिले हैं। अर्जेंटीना की हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक अध्ययन के आधार पर यह दावा किया है कि रूस की वैक्सीन Sputnik V सबसे कारगर वैक्सीन है। इस वैक्सीन को लगाने के बाद लोगों में मामूली से साइड इफेक्ट नोट किए गए है साथ ही इससे एक भी मौत होने का मामला सामना नहीं आया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अध्ययन 29 दिसंबर 2020 से तीन जून 2021 के बीच किए गए जो वैक्सीनेशन के रिकॉर्ड पर आधारित है। इस अवधि में ब्यूनस आयर्स में स्पूतनिक-वी की 28 लाख, साइनोफार्म की 13 लाख और एस्ट्राजेनेका के टीके की नौ लाख खुराक लगाई गई थी। तीनों वैक्सीन से प्रति दस लाख लाभार्थियों में गंभीर दुष्प्रभाव उभरने के क्रमश: 0.7, 0.8 और 3.2 मामले सामने आए है।
भारत में भी मिल चुकी है स्पुतनिक वी को मंजूरी
यूएई में इस साल जनवरी में स्पुतनिक-वी के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी मिली थी। भारत में भी इसे मंजूरी मिल चुकी है और टीकाकरण अभियान में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। हैदराबाद स्थित डा. रेड्डी लैबोरेटरी भारत में इसके उत्पादन और वितरण का काम कर रही है।