रूस के पास दो जहाज में लगी आग में छह भारतीयों की मौत, कर्इ और लापता
इस हादसे में 14 नाविकों की मौत हो गई थी। दोनों जहाज पर तुर्की, भारत और लीबिया के 32 नाविक सवार थे। इनमें 15 भारतीय हैं।
मॉस्को, प्रेट्र। रूस और क्रीमिया को अलग करने वाले केर्च जलडमरूमध्य (स्ट्रेट) के पास दो मालवाहक जहाजों में लगी आग में छह भारतीय नाविकों की मौत हो गई है, जबकि छह लापता हैं। दोनों जहाज पर कुल 16 भारतीय नाविक थे। पहले 15 भारतीयों के होने की खबरें आई थीं।
रूसी अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि बचाव दल के सदस्य छह भारतीयों समेत लापता 10 नाविकों की तलाश कर रहे हैं। दोनों जहाज पर तुर्की, भारत और लीबिया के 32 नाविक सवार थे।
नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर नाविकों के मारे जाने पर दुख जताया। मृतकों की पहचान पिनाल कुमार भरतभाई तंदेल, विक्रम सिंह, सर्वानन नागराजन, विशाल डोड, राजा देबनारायण पाणिग्रही और करन कुमार हरीभाई तंदेल के रूप में हुई है। छह लापता भारतीय नाविकों में सिद्धार्थ मेहर, नीरज सिंह, सेबास्टियन ब्रिट्टो, ब्रीजलिन सहायराज, रुशिकेष राजू सकपाल, अक्षय बबन जाधव और आनंद शेखर अविनाश शामिल हैं।
मंत्रालय ने कहा कि जरूरी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद शवों को भारत लाने की व्यवस्था की जा रही है। मंत्रालय के मुताबिक चार भारतीय नाविकों हरीश जोगी, सचिन सिंह, आशीष अशोक नायर और कमलेश भाई गोपालभाई तंदेल को बचा लिया गया है। इन्हें भी स्वदेश लाने की व्यवस्था की जा रही है।
वहीं, रूसी अधिकारियों का कहना है आग अब तक नहीं बुझ पाई है। एक अन्य पोत की मदद से आग बुझाने की कोशिश की जा रही है। दोनों जहाज तंजानिया के हैं। रूसी तट के पास सोमवार को यह हादसा उस वक्त हुआ जब एक जहाज से दूसरे में ईंधन स्थानांतरित किया जा रहा था। एक जहाज पर एलएनजी और दूसरे पर कच्चा तेल लदा था।