रूस में पुतिन समर्थक पार्टी को संसद में मिला बहुमत, 2024 तक राष्ट्रपति बने रहने का रास्ता हुआ साफ
रविवार को हुए मतदान के बाद सोमवार तक करीब 85 प्रतिशत मतों की गिनती पूरी हो चुकी है। चुनाव आयोग के अनुसार करीब 50 प्रतिशत मत यूनाटेड रसिया पार्टी को मिले हैं जबकि 20 प्रतिशत विपक्षी कम्युनिस्ट पार्टी को।
मास्को, रायटर। रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का समर्थन करने वाली सत्तारूढ़ यूनाइटेड रसिया पार्टी ने संसदीय चुनाव में फिर से बहुमत प्राप्त कर लिया है। विपक्ष का आरोप है कि चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की गई।
रविवार को हुए मतदान के बाद सोमवार तक करीब 85 प्रतिशत मतों की गिनती पूरी हो चुकी है। चुनाव आयोग के अनुसार करीब 50 प्रतिशत मत यूनाटेड रसिया पार्टी को मिले हैं जबकि 20 प्रतिशत विपक्षी कम्युनिस्ट पार्टी को। बाकी वोट छोटे दलों को मिले हैं। अभी सभी परिणामों की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन जो संकेत हैं उनसे लग रहा है कि यूनाइटेड रसिया पार्टी को 2016 के चुनाव से कम वोट मिले हैं। 2016 में पार्टी को 54 प्रतिशत वोट मिले थे।
राष्ट्रपति पुतिन के कटु आलोचक विपक्षी नेता एलेक्सेई नवलनी लंबे समय से जेल में हैं। नवलनी के सहयोगियों ने सरकार के विरोध में मतदान के लिए जो रणनीति बनाई थी, वह विफल रही है। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि चुनाव में सरकार ने व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी कराई और सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया। विपक्ष अपने आरोपों की पुष्टि के लिए चुनाव से पहले नवलनी के संगठन और उनके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई, उनके और सहयोगियों के संगठनों-पार्टियों पर प्रतिबंध, आलोचक मीडिया और गैर सरकारी संगठनों को निशाना बनाए जाने के उदाहरण दे रहा है।
ताजा चुनाव परिणाम का असर रूस की भविष्य की राजनीति पर गहराई से पड़ने के संकेत हैं। एक बार फिर संसद में पुतिन के समर्थकों का बहुमत हो गया है। इससे 1999 से देश की सत्ता पर काबिज पुतिन को 2024 तक राष्ट्रपति बने रहने का अधिकार मिल जाएगा। वैसे पुतिन को रूस का हाल के दशकों का सबसे लोकप्रिय नेता माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने पश्चिमी देशों के खिलाफ मजबूती से खड़े होकर राष्ट्रीय गौरव कायम किया है।