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रूस के प्रधानमंत्री ने मंत्रिमंडल के साथ दिया इस्तीफा, पुतिन ने कहा- नाकाम रही कैबिनेट

राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री को उनके काम के लिए शुक्रिया कहा लेकिन यह भी कहा कि कैबिनट खरी नहीं उतरी है। राष्ट्रपति ने अपने भाषण में संविधान में संशोधन करने का प्रस्ताव रखा है

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Thu, 16 Jan 2020 04:16 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jan 2020 04:22 PM (IST)
रूस के प्रधानमंत्री ने मंत्रिमंडल के साथ दिया इस्तीफा, पुतिन ने कहा- नाकाम रही कैबिनेट
रूस के प्रधानमंत्री ने मंत्रिमंडल के साथ दिया इस्तीफा, पुतिन ने कहा- नाकाम रही कैबिनेट

मॉस्को, एएनआई। रूस के प्रधानमंत्री दिमित्रि मेदवेदेव ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ इस्तीफा दे दिया है। रूस की न्यूज एजेंसी के मुताबिक राष्ट्रपति पुतिन ने मेदवेदेव को शुक्रिया कहा लेकिन उनके मुताबिक प्रधानमंत्री लक्ष्यों को हासिल करने में सफल नहीं हुए हैं। दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति पुतिन की तरफ से संविधान को बदलने का प्रस्ताव है और इसलिए मौजूदा सरकार ने इस्तीफा दे दिया।

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मेदवेदेव को सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना दिया गया है। वह साल 2012 से रूस के प्रधानमंत्री हैं और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीब रहकर कमा करते रहे हैं। वह 2008 से 2012 तक रूस के राष्ट्रपति थे। पुतिन ने मेदवेदेव की कैबिनेट से कहा है कि नई कैबिनेट बनते तक वे लोग काम करते रहें।

बता दें कि प्रधानमंत्री ने बुधवार को राष्ट्रपति पुतिन द्वारा देश को संबोधित किए जाने के बाद इस्तीफा दिया है। अपने भाषण के दौरान राष्ट्रपति ने संविधान में संशोधन का प्रस्ताव रखा है। इसमें और कैबिनेट की शक्ति विस्तार का प्रस्ताव रखा गया है।

माना जा रहा है कि पुतिन ने खुद को सत्ता में बनाए रखने के लिए यह प्रस्ताव रखा है जिससे अगर वह प्रधानमंत्री भी बनें तो लंबे समय तक सत्ता उनके हाथ में रहे। साल 2024 में उनका राष्ट्रपति पद का कार्यकाल खत्म हो रहा है। यह उनका चौथा कार्यकाल है। पुतिन ने अपने भाषण में यह भी कहा कि भविष्य में राष्ट्रपति का कार्यकाल दो बार तक के लिए ही सीमित किया जाना चाहिए।

पुतिन ने रूस में प्रधानमंत्री दिमित्री मेदवेदेव इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। मेदवेदेव पुतिन के पुराने सहयोगी रहे हैं। मेदवेदेव 2012 से प्रधानमंत्री पद पर थे। पुतिन ने अन्य मंत्रियों को नई सरकार के गठन तक कार्यवाहक सरकार के रूप में काम करने को कहा है। इस्तीफे के कुछ घंटे पहले राष्ट्रपति पुतिन ने कैबिनेट और संविधान में सुधारों को लेकर देश को संबोधित किया था। यह राष्ट्रपति पुतिन का पहला सालाना राष्ट्रीय संबोधन था।


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