Move to Jagran APP

रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के विरोधी और जेल में बंद नवलनी की सेहत बिगड़ी

रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के विरोधी और जेल में बंद विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की सेहत दिन पर दिन खराब होती जा रही है। उनको पैरों और सिर में गंभीर दर्द की शिकायत है। उन्होंने अब दर्द निवारक इंजेक्शन की मांग की है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sun, 28 Mar 2021 05:33 PM (IST)Updated: Sun, 28 Mar 2021 05:33 PM (IST)
रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के विरोधी और जेल में बंद नवलनी की सेहत बिगड़ी
रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के विरोधी और जेल में बंद नवलनी की सेहत बिगड़ी। फाइल फोटो।

मास्को, एजेंसी। रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के विरोधी और जेल में बंद विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की सेहत दिन पर दिन खराब होती जा रही है। उनको पैरों और सिर में गंभीर दर्द की शिकायत है। उन्होंने अब दर्द निवारक इंजेक्शन की मांग की है। जेल में उनकी सुनवाई न होने पर उन्होंने अपनी शिकायत पब्लिक कमीशन में की है। पब्लिक कमीशन के प्रमुख ने उनकी शिकायत की पुष्टि की है। 

loksabha election banner

नवलनी को पिछले महीने जेल में बंद किया गया था। उसके बाद पूरे देश में जबर्दस्त प्रदर्शन हुए थे। अब उनकी हालत बिगड़ रही है। नवलनी ने जेल से बाहर के डाक्टर के इलाज की मांग की थी, जिसे अस्वीकार कर दिया गया। यही नहीं नवलनी ने शिकायत की है कि उन्हें रात में हर घंटे गार्ड आकर जगा देता है, जिससे स्थिति और खराब हो रही है। नवलनी के शिकायत किये जाने के बाद पब्लिक मानीटरिंग कमीशन के सदस्य मास्को से सौ किमी. दूर जेल में बंद नवलनी से मिले थे। कमीशन के प्रमुख ने बताया कि नवलनी ने उनसे पैरों और सिर में गंभीर दर्द की शिकायत की है। उन्होंने अपने लिए दर्द निवारक इंजेक्शन दिए जाने के लिए कहा है। इस संबंध में सरकारी प्रवक्ता ने कोई भी टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया।

इसके पूर्व भी वह बीमार पड़ चुके हैं। उस वक्‍त डॉक्टरों ने कहा था कि इस समय उनको दूसरी जगह भेजना घातक हो सकता है। उन्हें साइबेरिया के ओम्स्क शहर में सघन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया था। 44 वर्षीय राजनेता नवलनी भ्रष्टाचार जांचकर्ता हैं। वह राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के धुर आलोचकों में से एक हैं। उन्हें साइबेरिया के ओम्स्क शहर में गुरुवार को सघन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया था। उनके समर्थकों का मानना है कि उन्हें जहर दिया गया था और इसके पीछे क्रेमलिन का हाथ है। उनके परिवार और समर्थक उन्हें जर्मन मेडिकल क्लीनिक में ले जाना चाहते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.