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रूस ने कोरोना वैक्सीन की पहली खेप तैयार की, विज्ञानियों ने इसकी सुरक्षा को लेकर जताई आशंका

रूस ने इस वैक्सीन को स्पुतनिक नाम दिया है जो दुनिया के पहले उपग्रह के नाम पर आधारित है। स्पुतनिक उपग्रह को रूस ने ही लांच किया था।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 15 Aug 2020 07:16 PM (IST)Updated: Sat, 15 Aug 2020 07:16 PM (IST)
रूस ने कोरोना वैक्सीन की पहली खेप तैयार की, विज्ञानियों ने इसकी सुरक्षा को लेकर जताई आशंका
रूस ने कोरोना वैक्सीन की पहली खेप तैयार की, विज्ञानियों ने इसकी सुरक्षा को लेकर जताई आशंका

मॉस्को, रायटर। रूस ने कोरोना वैक्सीन की पहली खेप (बैच) तैयार कर ली है। समाचार एजेंसी इंटरफैक्स ने स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से शनिवार को यह जानकारी दी। इससे कुछ समय पहले ही मंत्रालय ने वैक्सीन उत्पादन शुरू होने की जानकारी दी थी।

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विज्ञानियों ने वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर जताई आशंका, बिना समुचित परीक्षण के ही दे दी मंजूरी

हालांकि, कुछ विज्ञानियों ने इस वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर आशंका जताई है। इनका कहना है कि बिना समुचित परीक्षण के ही वैक्सीन को मंजूरी दे दी गई है। इन्हें डर है कि वैक्सीन विकसित करने की दौड़ में रूस को दुनिया में आगे रखने के चक्कर में मानकों से समझौता किया गया है।

वैक्सीन का परीक्षण तीन चरणों में पूरा होता है, 

आमतौर पर किसी भी वैक्सीन का परीक्षण तीन चरणों में पूरा होता है। तीसरे यानी आखिरी चरण में हजारों लोगों पर वैक्सीन का परीक्षण किया जाता है।

रूस ने दो चरण के परीक्षण के बाद ही वैक्सीन उत्पादन की मंजूरी दे दी

रूस ने दो चरण के परीक्षण के बाद ही वैक्सीन उत्पादन की मंजूरी दे दी है। तीसरे चरण का परीक्षण अभी किया जाना है। रूस ने यह भी कहा है कि इस महीन के आखिर तक वैक्सीन आ भी जाएगी।

वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर की जा रही चिंताओं को रूस खारिज कर चुका है

रूस ने इस वैक्सीन को स्पुतनिक नाम दिया है, जो दुनिया के पहले उपग्रह के नाम पर आधारित है। स्पुतनिक उपग्रह को रूस ने ही लांच किया था। इस वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर व्यक्त की जा रही चिंताओं को रूस पहले ही खारिज कर चुका है। वैक्सीन विकसित करने की घोषणा करने के साथ ही राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसे पूरी तरह से सुरक्षित बताया था। पुतिन ने यह भी कहा था कि परीक्षण के दौरान उनकी एक बेटी को भी यह टीका लगाया गया था। मास्को की गमालेया इंस्टीट्यूट ने यह वैक्सीन विकसित की है।


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