शांति समझौते के तहत रूस तैनात करगा 2 हजार सैनिक, नागोर्नो काराबाख की ओर भेजे रॉकेट लांचर
नागोर्नो-कराबाख के मामले में शांति स्थापित करने के लिए रूस अमेरिका और फ्रांसने अहम भूमिका निभाई है। दोनों देशों के बीच शांति समझौते के तहत इलाके में करीब दो हजार रूसी शांति सैनिकों को तैनात किया जाना है।
लाचिन, रायटर। रूस ने ट्रकों पर लदे मल्टीपल रॉकेट लांचरों को कॉरिडोर की तरफ रवाना कर दिया है। आर्मेनिया और नागोर्नो-काराबाख के बीच स्थित इस कॉरिडोर पर रूस का नियंत्रण है। रूस के शांति सैनिक पिछले सप्ताह हुए समझौते के तहत नए क्षेत्र को अपने कब्जे में ले रहे हैं।
मास्को ने छह सप्ताह से अजरबैजान और आर्मेनिया के सैनिकों के बीच जारी लड़ाई खत्म कराने में मध्यस्थता की है। समझौते के तहत इलाके में करीब दो हजार रूसी शांति सैनिकों को तैनात किया जाना है। तैनाती की यह प्रक्रिया अभी जारी है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि लाचिन कॉरिडोर में उसने सात अस्थायी पर्यवेक्षण पोस्ट स्थापित की हैं। यह कॉरिडोर आर्मेनिया से अजेरी क्षेत्र के भीतर तक है। यह कदम नागोर्नो-काराबाख के आर्मेनिया के नियंत्रण वाले हिस्से तक रूसी शांति सैनिकों को सुरक्षित रास्ता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच 27 सितंबर को भड़की लड़ाई में सैकड़ों लोग मारे गए थे। नागोर्नो-काराबाख के अनुसार, उसके 1,177 सैनिक और 50 नागरिक मारे जा चुके हैं। अजरबैजान के अधिकारियों ने अभी तक अपनी सेना के हताहतों की संख्या जाहिर नहीं की है, लेकिन यह भी कहा है कि कम से कम 92 नागरिक मारे गए हैं और 400 घायल हुए हैं। 1918-1921 के बीच आजाद हुए थे। आजादी के समय भी दोनों देशों में सीमा विवाद के कारण कोई खास मित्रता नहीं थी