5G पर चीन के साथ काम करने इच्छुक है रूस, विदेश मंत्री ने जताई सहमति
चीन के साथ 5G टेक्नोलॉजी पर रूस ने काम करने की इच्छा जताई है।
मॉस्को, आइएएनएस। एक ओर जहां अमेरिका चीन के खिलाफ एक के बाद एक फैसले लेता जा रहा है वहीं रूस ने 5G टेक्नोलॉजी (5G technology) के लिए चीन का साथ देने में रूस ने अपनी इच्छा जाहिर की है। TASS न्यूज एजेंसी ने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव का हवाला देते हुए यह जानकारी दी। शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार, रविवार को रूस के विदेश मंत्री लावरोव ने कहा, 'हम अमेरिकियों की तरह उदाहरण नहीं बनेंगे, जिन्होंने सामान्य तौर पर यह मांग की है कि 5G और हुआवेई (Huawei) के लिए चीन के साथ कोई नहीं आएगा।'
शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार, ऑल रशियन यूथ एजुकेशनल फोरम 'टेरीटरी ऑफ मिनिंग्स' में विदेश मंत्री ने अपने संबोधन के दौरान ये बातें कहीं। विदेश मंत्री ने आगे कहा कि जबकि इसके उलट हम आधुनिक तकनीकों को संयुक्त रूप से बनाने और उन्हें व्यावहारिक जीवन में लागू करने के लिए कई देशों के साथ बातचीत करने के इच्छुक हैं। रूस के साथ पूरी दुनिया के लिए 5G महत्वपूर्ण विषय है। उनके अनुसार, रूस में इस टेक्नोलॉजी के वितरण में संबंधित मंत्रालय और विभाग सक्रिय रूप से शामिल हैं।
दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर पिछले साल से बातचीत चल रही है। विदेश मंत्री ने कहा कि 5G नेटवर्क को लेकर अमेरिकी नजरिए से हम सहमत नहीं हैं। हम उसकी राह पर नहीं चलना चाहते। अमेरिका कहता है कि इस नेटवर्क के मामले में चीन की मदद किसी और देश से नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी का विस्तार आज दुनिया की जरूरत है। इस मामले में सभी को साथ आना चाहिए। हमें मिलकर नई तकनीक का विस्तार करना होगा। इससे सभी को फायदा होगा। हमने अपने संबंधित विभागों को इस बारे में आदेश जारी कर दिए हैं कि 5G पर सहयोग के लिए तैयार रहें।
भारत, ब्रिटेन और अमेरिका ने चीन की हुआवेई के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। अमेरिका ने आरोप लगाया है कि चीन की हुआवेई कंपनी अपने नेटवर्क के जरिए दुनिया के देशों में जासूसी करने की मंशा रखती है।