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रूस में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल अचानक रोका गया, टीके की ज्यादा मांग और डोज की कमी

टीके की ज्यादा मांग और डोज की कमी नए वालंटियर्स में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल पर अचानक रोक लगा दी गई है। गुरुवार को अध्ययन चलाने वाले फर्म के एक प्रतिनिधि ने बताया कि मॉस्को की महत्वाकांक्षी कोरोना वैक्सीन योजना पर रोक लगाना एक झटका है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Fri, 30 Oct 2020 08:26 AM (IST)Updated: Fri, 30 Oct 2020 08:33 AM (IST)
रूस में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल अचानक रोका गया, टीके की ज्यादा मांग और डोज की कमी
रूस में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल अचानक रोका गया।

मॉस्को, रायटर। रूस में कोरोना की वैक्सीन का ट्रायल फिलहाल रोक दिया गया है। टीके की ज्यादा मांग और डोज की कमी नए वालंटियर्स में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल पर अचानक रोक लगा दी गई है। गुरुवार को अध्ययन चलाने वाले फर्म के एक प्रतिनिधि ने बताया कि मॉस्को की महत्वाकांक्षी कोरोना वैक्सीन योजना पर रोक लगाना एक झटका है।

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बता दें कि रूस में कोरोना की वैक्सीन स्पुतनिक वी(Sputnik V) का 85% लोगों पर कोई साइड इफेक्ट नहीं देखा गया। इस वैक्सीन को तैयार करने वाली गामलेया रिसर्च सेंटर के हेड अलेग्जेंडर गिंट्सबर्ग ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी है। अलेग्जेंडर ने कहा कि कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट 15% लोगों पर देखे गए।' Sputnik V के तीसरे चरण के ट्रायल चल रहे हैं।

भारत में रूसी वैक्सीन का ट्रायल अगले साल होगा खत्म !

भारत में रूस की कोरोनो वैक्सीन का ट्रायल मार्च के महीने तक खत्म हो सकता है। रूसी वैक्सीन का भारत में ट्रायल कर रही हैदराबाद की फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डी ने कहा है कि रूसी वैक्सीन के तीसरे चरण का मानव परीक्षण मार्च तक पूरा होने की उम्मीद है। फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ईरेज़ इजरायल ने कहा कि स्पुतनिक-वी वैक्सीन के मध्य चरण के परीक्षण के लिए रजिस्ट्रेशन अगले कुछ हफ्तों में शुरू होगा और दिसंबर तक इस परीक्षण के समाप्त होने की संभावना है।

भारत की फार्मा कंपनी से मिलाया हाथ

रूस ने अपने यहां तैयार स्पूतनिक-वी वैक्सीन के फेज थ्री के ट्रायल के लिए भारत में फार्मा कंपनी डॉक्टर रेड्डी लैब्स से हाथ मिलाया है। वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआइ) ने अनुमति दे दी है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) से भी सहमति मिल चुकी है। अब देश भर के 12 सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में एक साथ वैक्सीन का ट्रायल शुरू होगा। इसमें जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज समेत पांच सरकारी, जबकि छह निजी संस्थान हैं।


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