Move to Jagran APP

पुतिन को आलोचकों से परहेज नहीं, लेकिन देश के लिए होनी चाहिए 'वफादारी'

अमेरिकी टेलीविजन नेटवर्क एनबीसी के द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि वो ऐसे व्यक्ति का समर्थन करने के लिए तैयार हैं जो राष्ट्रपति की आलोचना करे लेकिन देश के लिए वफादार हो।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 15 Jun 2021 12:02 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jun 2021 12:02 AM (IST)
पुतिन को आलोचकों से परहेज नहीं, लेकिन देश के लिए होनी चाहिए 'वफादारी'
क्रेमलिन की वेबसाइट ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हवाले से लिखा कि

मास्को, रॉयटर्स। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साफ कर दिया है कि, वो ऐसे किसी भी व्यक्ति का समर्थन नहीं करेंगे जो देश के लिए वफादार नहीं है। अमेरिकी टेलीविजन नेटवर्क एनबीसी के द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि, वो ऐसे व्यक्ति का समर्थन करने के लिए तैयार हैं जो राष्ट्रपति की आलोचना करे, लेकिन देश के लिए वफादार हो।

loksabha election banner

क्रेमलिन की वेबसाइट ने पुतिन के हवाले से लिखा कि, "अगर मैं किसी व्यक्ति को देखता हूं, की वो मेरी गतिविधियों की आलोचना करता है। लेकिन वह व्यक्ति देश के प्रति वफादार है तो मैं उसका समर्थन करने के लिए सब कुछ करूंगा।

गौरतलब है कि, पुतिन ने साल 2000 से रूसी राजनीति पर काबिज है। साथ ही अप्रैल में उन्होंने एक ऐसे कानून पर हस्ताक्षर किए थे, जो उन्हें 2036 तक क्रेमलिन में रख सकता है। 2036 तक पुतिन की उम्र 83 साल की होगी और साल 2024 में उनका मौजूदा शासन समाप्त होने के बाद, 6 साल के दो और टर्म क्रेमलिन में चला पाएंगे।

ऐसा माना जा रहा है कि, शीत युद्ध के दौर के बाद से रूस और अमेरिका के बीच संबंधों में अभी सबसे खराब तनाव का वक्त चल रहा है। पुतिन इस सप्ताह जिनेवा में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ अपनी पहली बैठक करने जा रहे हैं। लेकिन उससे पहले उन्होंने एनबीसी को एक साक्षात्कार दिया।

क्रेमलिन द्वारा जारी इंटरव्यू की ट्रांसक्रिप्ट के मुताबिक, पुतिन ने बाइडन को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रंप से अलग बताया है। उन्होंने कहा कि बाइडन वह एक करियर मैन हैं। उन्होंने लगभग अपनी पूरी जवानी राजनीति में बिताई है। पुतिन ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि बाइडन कोई आवेगपूर्ण कदम नहीं उठाएंगे। हमारी बातचीत कुछ नियमों के दायरे में होगी तो हम किसी बात पर सहमत हो पाएंगे।

वहीं, मार्च में बाइडन ने पुतिन को "हत्यारा" कहकर संबोधित किया था। रविवार बाइडन ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि, रूस की कुछ गतिविधियां अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के विपरीत हैं। अमेरिका में काम करने वाली कंपनियों पर हाल के साइबर हमलों के पीछे रूसी अधिकारियों या रूसी हैकिंग समूहों का हाथ था। अमेरिका के आरोपों के संबंध में सवालों पर पुतिन ने कहा कि, अमेरिका बिना सबूतो के बात करता है। मैं ऐसे अप्रमाणित आरोपों का जवाब देना जरूरी नहीं समझता।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.