Move to Jagran APP

पेरिस में मिले व्‍लादिमीर पुतिन और जेलेंस्‍की, यूक्रेन संघर्ष पर हुई वार्ता

पेरिस में सोमवार को रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन और यूक्रेन में उनके समकक्ष जेलेंस्‍की से मुलाकात हुई।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 12:46 PM (IST)Updated: Tue, 10 Dec 2019 02:02 PM (IST)
पेरिस में मिले व्‍लादिमीर पुतिन और जेलेंस्‍की, यूक्रेन संघर्ष पर हुई वार्ता
पेरिस में मिले व्‍लादिमीर पुतिन और जेलेंस्‍की, यूक्रेन संघर्ष पर हुई वार्ता

पेरिस,  एजेंसी । फ्रांस की राजधानी में पेरिस में सोमवार को रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन और यूक्रेन में उनके समकक्ष जेलेंस्‍की से मुलाकात हुई। पेरिश शिखर सम्‍मेलन के दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन संघर्ष को समाप्‍त करने के कुछ उपायों पर आम सहमति व्‍यक्‍त की।

loksabha election banner

पेरिस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर ज़ेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली मुलाकात में फ़्रांस और जर्मनी के नेता भी मौजूद रहे। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने यूक्रेन के पूर्व में मास्को समर्थक अलगाववादियों और यूक्रेनी सेनाओं के बीच संघर्ष को समाप्त करने पर एलिसी पैलेस में कुछ आठ घंटे की वार्ता के बाद प्रगति की सराहना की। 

बता दें कि पूर्वी यूक्रेन में आधे दशक से जारी संघर्ष को सुलझाने के लिए रूस और यूक्रेन के राष्‍ट्रपति पेरिस में मिले और दोनों नेताओं के बीच इस मुद्दे पर वार्ता हुई। दरअसल, ये विवाद पूर्वी यूक्रेन पर आधिपत्‍य को लेकर है। इसे लेकर यूक्रेन की सेना और रूस समर्थित विद्रोही आमने-सामने हैं। इस वार्ता में लूहांस्क, डोनेत्स्क और पेट्रिव्स्के नाम की इन जगहों से यूक्रेन की सेना ने पीछे हटने का फ़ैसला किया है। बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच क्रीमिया को लेकर तनाव चलता आ रहा है। वर्ष 2003 की संधि के मुताबिक रूस और यूक्रेन के बीच कर्ज जलमार्ग और अजोव सागर के बीच जल सीमाएं बंटी हुईं हैं।

अजोव सागर जमीन से घिरा हुआ है और काला सागर से कर्च के तंग मार्ग से होकर ही इसमें प्रवेश किया जा सकता है। पिछले वर्ष रूस ने यूक्रेन के बंदरगाह से आ रहे जहाजों की निगरानी करना शुरू कर दिया था। इस यूक्रेन ने विरोध किया था। रूस ने यह निगरानी तब शुरू की थी जब पिछले वर्ष मार्च में यूक्रेन ने क्रीमिया से एक मछली पकड़ने वाली नाव जब्‍त कर ली थी।

रूस  का कहना था कि जहाजों की जांच करना सुरक्षा कारणों से जरूरी है। क्‍योंकि यूक्रेन के कट्टपंथियों से पुल को खतरा हो सकता है। इसके बाद रूस ने जबरन यूक्रेनी जहाजों पर कब्‍जा कर लिया। इसने यूक्रेन और रूस के बीच टकराव को और गहरा कर दिया  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.