जानें- मास्को में मेयर को क्यों करनी पड़ी 15-20 जून तक नॉन वर्किंग वीक की घोषणा, फेस्टिवल नहीं इसकी वजह
रूस की राजधानी मास्कों में बीते छह माह में सबसे अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। इसकी वजह से वहां के मेयर ने 15-19 जून तक नॉन वर्किंग वीक घोषित कर दिया है। अस्पतालों में इसको देखते हुए बेड बढ़ाए गए हैं।
मास्को (एएफपी)। कोविड महामारी ने पूरी दुनिया को डेढ़ साल बाद भी परेशान कर रखा है। कई जगहों पर हालात लगातार खराब हो रहे हैं तो कुछ देश इससे उभर भी रहे हैं। हालांकि बेहद कम देश ही ऐसे हैं जहां इसका हर रोज कोई मरीज सामने न आ रहा हो। रूस में जहां मामले लगातार घट रहे थे वहीं अब मामले बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। राजधानी मास्को में छह माह में पहली बार कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में जबरस्त तेजी देखी गई है। यहां पर बीते 24 घंटों के दौरान 6701 मामले सामने आए हैं। इसको देखते हुए मास्को के मेयर सर्गी सोबेनिन ने 15 जून से 19 तक नॉन वर्किंग वीक घोषित कर दिया है। उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि राजधानी में लगातार हालात खराब हो रहे हैं। बढ़ते मामलों को रोकने के लिए उन्होंन आगामी सप्ताह में 15-19 जून तक के लिए नॉन वर्किंग वीक घोषित किया है।
अपने संदेश में उन्होंने कहा है कि राजधानी में बीते छह माह के अंदर सबसे अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। ये ऐसे समय में हो रहा है जब राजधानी में पूरे जोर-शोर से वैक्सीनेशन कैंपेन चलाया जा रहा है। उनके मुताबिक राजधानी में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अस्पतालों में हजारों की संख्या में बेड बढ़ाए गए हैं। उन्होंने साफ कर दिया है कि इस तरह के हालातों में आम दिनों की तरह प्रतिक्रिया नहीं दी जा सकती है। इसको रोकने के लिए सभी का साथ आना और पूरी एहतियात बरतना जरूरी होगा। यदि ऐसा नहीं हुआ तो हालात बेकाबू भी हो सकते हैं।
वर्ल्डओमीटर के आंकड़ों के मुताबिक पूरी दुनिया में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 176,415,348 मामले सामने आ चुके हैं। इसके अलावा 3,810,753 मरीजों की मौत संक्रमण की चपेट में आकर हो चुकी है और अब तक पूरी दुनिया में ठीक होने वालों की संख्या 160,380,839 है। वहीं रूस की बात करें तो यहां पर अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 5193964 मामले सामने आए हैं और 126073 मरीजों की मौत भी हो चुकी है। इसके अलावा 4792169 मरीज पूरे देश में ठीक भी हुए हैं। रूस में कुल 275722 एक्टिव मामले हैं जिनमें से 2300 गंभीर हैं।
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