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शुरुआती नतीजों में पुतिन समर्थक दलों को बढ़त, रूस में मतदान के तत्काल बाद शुरू हुई मतों की गिनती

रूस के संसदीय चुनावों में फिर से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समर्थक दलों को बढ़त मिलती दिखाई दे रही है। मतदान का समय पूरा होने के बाद शुरू हुई मतगणना में शुरुआती नतीजे सरकार समर्थक यूनाइटेड रशिया पार्टी के पक्ष में गए हैं।

By TaniskEdited By: Published: Mon, 20 Sep 2021 01:13 AM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 01:13 AM (IST)
शुरुआती नतीजों में पुतिन समर्थक दलों को बढ़त, रूस में मतदान के तत्काल बाद शुरू हुई मतों की गिनती
रूस में मतदान के तत्काल बाद शुरू हुई मतों की गिनती।

मास्को, एपी। रूस के संसदीय चुनावों में फिर से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समर्थक दलों को बढ़त मिलती दिखाई दे रही है। मतदान का समय पूरा होने के बाद शुरू हुई मतगणना में शुरुआती नतीजे सरकार समर्थक यूनाइटेड रशिया पार्टी के पक्ष में गए हैं। देश के करीब नौ प्रतिशत मतदान केंद्रों में पड़े वोटों की गिनती से पता चला है कि वहां करीब 38 प्रतिशत वोट यूनाइटेड रशिया पार्टी को मिले। सरकार समर्थक दलों को दो तिहाई बहुमत मिलने पर ही संसद में संविधान बदलने का कोई प्रस्ताव पारित हो पाएगा।

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इससे पहले रविवार को हुए मतदान में विपक्ष का प्रभाव इसलिए भी कम था, क्योंकि प्रमुख विपक्षी नेता एलेक्सेई नवलनी लंबे समय से जेल में बंद हैं और उनकी पार्टी को अतिवादी संगठन करार देते हुए चुनाव से दूर कर दिया गया था। चुनाव के शुरुआती नतीजे बता रहे हैं कि सरकार का समर्थन करने वाले तीन दल संसद स्टेट ड्यूमा में बहुमत के साथ वापस आ रहे हैं। इनमें 2020 में बनी न्यू पीपुल पार्टी भी है।

मतदान के दौरान गड़बड़ी की कई शिकायतें भी मिली थीं। जांचकर्ता उन पर कार्य कर रहे हैं। यह पहला चुनाव है जिसमें रूसी प्रशासन ने विपक्ष पर सबसे ज्यादा दबाव बनाया। इस दौरान कई विपक्षी नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं के चुनावी गतिविधियों में शामिल होने पर रोक लगाई गई। इसके बावजूद कई शहरों में मतदान के लिए मतदाताओं की लंबी लाइनें लगी देखी गईं। लेकिन नतीजे सरकार के पक्ष में जाते दिखाई दे रहे हैं।

कम्युनिस्ट पार्टी को पार्टी-सूची वोट का 25% प्राप्त हुआ। 2016 में पिछले चुनाव में मिले 13 फीसद से बड़ा सुधार। तब संयुक्त रूस को लगभग 54% वोट मिला था। इसलिए शुरुआती परिणाम समर्थन में पर्याप्त गिरावट का संकेत देते हैं। चुनाव से पहले पुतिन ने आशा व्यक्त की थी कि यूनाइटेड रशिया पार्टी संसद में अपना प्रभुत्व बनाए रखेगी, जहां उसके पास 450 में से 334 सीटें थीं। पार्टी पुतिन की शक्ति का आधार है, यह खुद राष्ट्रपति की तुलना में बहुत कम लोकप्रिय है।


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