Coronavirus Vaccination: रूस में अगले महीने से लोगों को लगाया जा सकता है कोरोना का टीका, तेजी से बढ़ा संक्रमण
रूस ने स्पुतनिक-5 के नाम से टीका विकसित किया है जिसका तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। मास्को में भी नौ हजार लोगों को इसकी दोनों खुराक लगाई गई है।रूस ने स्पुतनिक-5 के नाम से टीका विकसित किया है।
मॉस्को, रायटर। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में रूस में एक दिन में सामने आने वाले संक्रमितों की संख्या रिकॉर्ड 18 हजार तक पहुंच गई है। इसको देखते हुए मॉस्को प्रशासन ने अगले महीने से लोगों को कोरोना के खिलाफ टीका लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। मॉस्को के उप मेयर अनस्तासिया रकोवा ने कहा कि अगर बड़े पैमाने पर टीके की खुराक मिलती है तो अगले महीने से टीकाकरण शुरू किया जा सकता है।
रूस ने स्पुतनिक-5 के नाम से टीका विकसित किया है, जिसका तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। मास्को में भी नौ हजार लोगों को इसकी दोनों खुराक लगाई गई है।
भारत में रूस की कोरोनो वैक्सीन का ट्रायल मार्च के महीने तक खत्म हो सकता है। रूसी वैक्सीन का भारत में ट्रायल कर रही हैदराबाद की फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डी ने कहा है कि रूसी वैक्सीन के तीसरे चरण का मानव परीक्षण मार्च तक पूरा होने की उम्मीद है। स्पुतनिक-5 का भारत में भी ट्रायल शुरू होने वाला है। हैदराबाद स्थित दवा कंपनी डॉ. रेड्डीज और रूसी कंपनी के बीच भारत में इसके क्लीनिकल ट्रायल और वितरण को लेकर करार हुआ है।
बता दें कि रूस में कोरोना की वैक्सीन स्पुतनिक वी(Sputnik V) का 85% लोगों पर कोई साइड इफेक्ट नहीं देखा गया। इस वैक्सीन को तैयार करने वाली गामलेया रिसर्च सेंटर के हेड अलेग्जेंडर गिंट्सबर्ग ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी है।
यूरोपीय संघ ने डब्ल्यूएचओ में त्वरित सुधार की जरूरत बताई: ब्रसेल्स
यूरोपीय संघ (ईयू) ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) में त्वरित रूप से आमूलचूल बदलाव करने की जरूरत बताई है। ईयू के स्वास्थ्य मंत्रियों की वर्चुअल बैठक में डब्ल्यूएचओ को कोरोना जैसी महामारी से निपटने और आपात स्थिति के बारे में जानकारी नहीं देने वाले देशों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए और अधिक अधिकार देने का भी आग्रह किया है। संगठन को आर्थिक रूप से भी मजबूत बनाने की जरूरत बताई गई।