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2014 में शस्त्रागार विस्फोट मामला: 18 दूतावास कर्मियों के निष्कासन का चेक गणराज्य को जवाब देगा रूस

रूस ने चेक गणराज्य के उस आरोप को खारिज किया है जिसमें उसके शस्त्रागार में हुए विस्फोट के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया गया है। 2014 में हुए इस विस्फोट में चेक गणराज्य को हथियारों का भारी नुकसान हुआ था और दो लोग मारे गए थे।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 18 Apr 2021 09:48 PM (IST)Updated: Sun, 18 Apr 2021 09:48 PM (IST)
2014 में शस्त्रागार विस्फोट मामला: 18 दूतावास कर्मियों के निष्कासन का चेक गणराज्य को जवाब देगा रूस
2014 में शस्त्रागार में हुए विस्फोट का मामला।

मॉस्को, रायटर। रूस ने चेक गणराज्य के उस आरोप को खारिज किया है जिसमें उसके शस्त्रागार में हुए विस्फोट के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया गया है। 2014 में हुए इस विस्फोट में चेक गणराज्य को हथियारों का भारी नुकसान हुआ था और दो लोग मारे गए थे। उसने घटना के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराते हुए उसके दूतावास के 18 कर्मियों को अपनी राजधानी प्राग से निष्कासित कर दिया है। रूस ने कहा है कि वह भी इसके जवाब में कदम उठाएगा।

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चेक ने शस्त्रागार में हुए विस्फोट में रूसी हाथ की जानकारी नाटो और ईयू को दी

चेक गणराज्य ने कहा है कि शस्त्रागार में हुए विस्फोट में रूसी हाथ होने की जानकारी उसने नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) और यूरोपीय यूनियन (ईयू) के अपने सहयोगियों को दे दी है।

सोमवार को ईयू के विदेश मंत्रियों की बैठक में उठेगा विस्फोट में रूसी हाथ का मामला

यह मामला सोमवार को ईयू के विदेश मंत्रियों की बैठक में भी उठाया जाएगा। शीतयुद्ध काल में रूस का सहयोगी रहा चेक अब उससे दूर होकर नाटो और यूरोपीय यूनियन से जुड़ गया है। रूस के साथ उसके संबंधों में खटास की यही सबसे बड़ी वजह है।

18 रूसी दूतावास कर्मियों का निष्कासन चेक गणराज्य का सबसे बड़ा कदम

खटास के माहौल में 18 रूसी दूतावास कर्मियों का निष्कासन चेक गणराज्य का सबसे बड़ा कदम है। चेक गणराज्य ने यह कदम शनिवार को उठाया था।

18 दूतावास कर्मियों के निष्कासन का चेक गणराज्य को जवाब देगा रूस 

रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चेक गणराज्य के आरोप बेतुके और अस्वीकार्य हैं। रूस दूतावास कर्मियों के निष्कासन वाले भड़काऊ कदम का जवाब देगा। चेक गणराज्य यह सब अमेरिका के इशारे पर कर रहा है, जिसका परिणाम उसे भुगतना होगा। जबकि चेक गणराज्य के गृह एवं प्रभारी विदेश मंत्री जान हामासेक ने कहा है कि 2014 में शस्त्रागार में विस्फोट का उद्देश्य हथियारों की उस खेप को निशाना बनाया था, जो वहां से अन्य देश के लिए रवाना होने वाली थी।

पुलिस जांच में दो रूसी सैन्य खुफिया अधिकारी जिम्मेदार थे

विस्फोट के तत्काल बाद हुई पुलिस जांच में संदिग्धों में दो रूसी सैन्य खुफिया अधिकारियों के नामों का पता चला जो ब्रिटेन में दोहरे जासूस सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी को जहर देने के मामले में जिम्मेदार थे। पुलिस को इन दोनों अधिकारियों का विस्फोट में भी हाथ होने का पता चला था। जांच आगे बढ़ने पर दोनों अधिकारियों की संलिप्तता साबित हुई।


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