Move to Jagran APP

मनी लांड्रिंग के मामले में जरदारी और उनकी बहन समेत 20 संदिग्ध घोषित किए गए भगोड़े

मनी लांड्रिंग के जरिए जरदारी की कंपनी को तीस लाख रुपये मिलने का आरोप है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 21 Jul 2018 11:55 PM (IST)Updated: Sun, 22 Jul 2018 07:55 AM (IST)
मनी लांड्रिंग के  मामले में जरदारी और उनकी बहन समेत 20 संदिग्ध घोषित किए गए भगोड़े
मनी लांड्रिंग के मामले में जरदारी और उनकी बहन समेत 20 संदिग्ध घोषित किए गए भगोड़े

इस्लामाबाद, प्रेट्र। पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआइए) ने 35 अरब के मनी लांड्रिंग मामले में पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और उनकी बहन समेत बीस संदिग्धों को भगोड़ा घोषित कर दिया है।

prime article banner

पाकिस्तानी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के अनुसार एफआइए ने प्रसिद्ध बैंकर और आसिफ अली जरदारी के सहयोगी हुसैन लवाई और अन्य संदिग्धों को अदालत में पेश किया। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की सह अध्यक्ष और जरदारी की बहन फरयाल तलपुर, एक निजी बैंक के अध्यक्ष और अन्य 18 लोगों को भगोड़ा घोषित किया गया है। इन भगोड़ों के खिलाफ चालान काटा गया है।

लवाई पर आरोप है कि उन्होंने समिट बैंक, सिंध बैंक और यूनाइटेड बैंक लिमिटेड 29 फर्जी खाते खुलवाने में मदद की। इसलिए एफआइए ने उन्हें इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार कर लिया गया था। पिछले हफ्ते लवाई और समिट बैंक के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ताहा रजा को मनी लांड्रिंग मामले में रिमांड पर जेल भेज दिया गया था।

लवाई और अन्य के खिलाफ पुलिस की दर्ज शिकायत में कहा गया है कि अरबों रुपये फर्जी खाते में जमा किए। उसके बाद इस रकम को जरदारी और उनकी बहन की कंपनी जरदारी ग्रुप और अन्य लाभार्थियों तक पहुंचाया गया है। मनी लांड्रिंग के जरिए जरदारी की कंपनी को तीस लाख रुपये मिलने का आरोप है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.