कश्मीर पर काम नहीं आया रोना तो अब दुनिया को कोसने में लगे हैं इमरान खान!
जम्मू कश्मीर पर हर तरफ से मायूस इमरान खान अब दुनिया को कोसने में लगे हैं। ऐसा करते हुए वो उन बातों को भूल जाते हैं जो खुद उन्होंने कुछ समय पहले कही थीं।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। जम्मू कश्मीर का रोना रोने वाले इमरान खान को पूरी दुनिया नजरअंदाज कर चुकी है। इसकी वजह दो हैं। पहली बड़ी वजह तो यही है कि पूरी दुनिया मानती है कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, लिहाजा इस पर हुआ हर फैसला भारत का आंतरिक मामला है, जिसमें किसी भी देश की कोई दखलअंदाजी नहीं होनी चाहिए। दूसरी वजह ये है कि इमरान खान जो बार बार मानवता का राग अलाप कर मुस्लिम समुदाय के रहनुमा बनने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें यह याद रखना चाहिए कि दुनिया में और भी धर्म के लोग रहते हैं। वहीं यदि बात करें भारत की जो उनके हमेशा से निशाने पर रहता है तो जितनी पाकिस्तान की पूरी मुस्लिम जनसंख्या है उससे कहीं अधिक मुस्लिम भारत में रहते हैं।
क्यों भूल गए इमरान खान
मुस्लिमों की बात करने वाले इमरान खान भारत पर निशाना साधता हुए यह भूल जाते हैं पीएम बनने से पहले तक वो अपनी सभाओं में चिल्ला-चिल्ला कर कहते थे कि पाकिस्तान की सेना बलूचों पर बमबारी कर रही है, उन्हें मार रही है और उन्हें उनके ही घरों से बेदखल करने में लगी है। सोशल मीडिया पर ये वीडियो तेजी से वायरल हुआ है। इसमें वह यह भी कहते हुए सुने जा सकते हैं कि पाकिस्तान आर्मी कैसे बलूच लोगों को बिना मुकदमा चलाए मौत के घाट उतार रही है।
कुछ याद करो पीएम साहब
इस वीडियो में वह यहां तक कह रहे हैं कि पाकिस्तान की सरकार और सेना ने बलूचिस्तान की अर्थव्यवस्था को तहस-नहस कर दिया है। यहां के लोग रिफ्यूजी कैंप में शरण लेने को मजबूर हो रहे हैं। बार-बार जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा मुस्लिमों पर अत्याचार करने का झूठ कहने वाले इमरान खान यह भी भूल गए कि इसी वर्ष जुलाई में जब बलूचिस्तान की एक सभा में पहुंचे थे तो वहां पर उन्हें बलूचों के कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ा था। बलूचिस्तान में जो हा रहा है उसको लेकर वर्ल्ड बलूच ऑर्गेनाइजेशन ने अमेरिका से दखल देने की भी अपील की है। इस संगठन का कहना है कि राष्ट्रपति ट्रंप इसमें दखल दें और यहां हो रहे बलूचों पर अत्याचार को तत्काल रोकें। ऐसे में इमरान खान का बार-बार जम्मू-कश्मीर के मसले पर दखल देने की अपील करना बेहद घटिया मजाक ही कहा जाएगा।
इमरान का घटिया मजाक
यह मजाक इसलिए भी है क्योंकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान मानवता के नाम पर सिर्फ एक विशेष धर्म की बात करते आए हैं। वहीं अब जब उनकी बात कोई नहीं सुन रहा है तब भी वह दुनिया पर इसी वजह से गुस्सा भी है। उन्होंने कहा है कि यदि मुस्लिमों पर होने वाली ज्यादतियां दूसरे धर्म के लोगों पर होती तो भी क्या दुनिया यूं ही खामोश रहती। इमरान खान इस बात को कहते हुए ये भी भूल जाते हैं कि उनकी ही जमीन पर पैदा हो रहे आतंकी जब दूसरे लोगों का बेहरमी से खून बहाते है तो वो किस धर्म की बात करते हैं। या उनकी जमीन पर पैदा और फलने फूलने वाला तालिबान जब अफगानिस्तान में लोगों का खून बहाता हैतो वो किस धर्म की बात करता है। या बलूचों पर अत्याचार करते हुए वो कैसे धर्म को भूलजाते हैं।
पैलेट गन को लेकर फिर झूठ
जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर बार बार भारत सरकार को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश करने वाले इमरान खान ने गुरुवार को फिर इस बारे में झूठ बोला था। उन्होंने कहा था कि 32 दिन हो गए हैं और जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना वहां के लोगों पर अत्याचार कर रही है। पैलेट गन से लोग घायल हो रहे हैं और हर कोई डरा हुआ है। यह ट्वीट करते हुए वह भूल गए कि जम्मू कश्मीर पर जब से केंद्र सरकार ने फैसला लिया है तब से पूरे राज्य में कहीं भी पैलेट गन का कोई इस्तेमाल नहीं हुआ है। वो ये भी भूल गए हैं कि धीरे-धीरे ही सही लेकिन राज्य के कई हिस्सों में पूरी तरह से ढील दे दी गई है और लोग सड़कों पर पहले की ही तरह आ जा रहे हैं। लेकिन मुमकिन है कि इमरान खान को इस बात का अफसोस रहा है कि इन सभी के बीच वो लोग और नेता नहीं दिखाई दे रहे हैं जो पैसा लेकर भारत के खिलाफ जहर उगलते थे और जवानों पर पत्थरबाजी करते थे।
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