पाक में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार किए गए थे उलेमा और नमाजी, अब इमरान ने कहा रिहा करो
पाकिस्तान में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर कई उलेमा और नमाजी गिरफ्तार कर लिए गए थे अब इमरान खान ने खुद ही इन सभी को रिहा करने के आदेश दिए हैं।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के भी अजीबोगरीब हालात है। यहां एक बार सख्ती से नियम लागू किए जाते हैं, नियमों का उल्लंघन करने पर लोगों को गिरफ्तार किया जाता है उसके बाद फिर उनको रिहा करने के आदेश दे दिए जाते हैं।
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कुछ दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सख्त आदेश दिए कि जो भी लॉकडाउन का उल्लंघन करें उनको गिरफ्तार कर लिया जाए, प्रधानमंत्री के आदेश पर पुलिस ने दर्जनों जगहों पर उलेमा और सामूहिक नमाज अदा करने वालों को गिरफ्तार किया, इनकी गिरफ्तारी के बाद इमरान खान की आलोचना होने लगी तो अब उन्होंने ऐसे सभी उलेमा और नमाजियों को रिहा करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
मस्जिद में सामूहिक नमाज पढ़ने पर रोक
पाकिस्तान में फिलहाल मस्जिदों में सामूहिक नमाज पढ़ने पर रोक है उसके बाद कई जगहों पर इसका उल्लंघन किया गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने धार्मिक नेताओं को संतुष्ट करने के लिए ये कदम उठाया है। उन्होंने उन सभी उलेमा, इमामों और नमाजियों को रिहा करने को कहा है जो लॉकडाउन का उल्लंघन कर मस्जिदों में जबरन सामूहिक नमाज पढ़ने के मामले में गिरफ्तार हुए थे।
पुलिस के साथ हुई थीं झड़पें
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए जरूरी सोशल डिस्टैंसिंग को बनाए रखने के लिए सरकार ने मस्जिदों में सामूहिक नमाज पर रोक लगाई हुई थी। लेकिन पाक में कई मस्जिदों में मौलानाओं ने इसका उल्लंघन किया, विशेषकर जुमे की नमाज पढ़ने के लिए कई जगहों पर पुलिस और लोगों में झड़पें भी हुईं, इसके बाद पुलिस ने कई लोगों को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया।
प्रधानमंत्री की सूचना एवं प्रसारण मामलों की सलाहकार फिरदौस आशिक अवान ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उन सभी उलेमा, इमामों व नमाजियों की रिहाई का स्पष्ट शब्दों में आदेश दिया है जो सामूहिक नमाज पर रोक के सरकारी आदेश के उल्लंघन पर गिरफ्तार हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से उलेमा, नमाजियों से नरमी से पेश आने के लिए भी कहा है। धार्मिक नेताओं और उनकी मांगों पर इमरान के इस रवैये का उन्हें लाभ होता दिख रहा है।