पाकिस्तान में मंदिर तोड़ने के मामले में दस और गिरफ्तार, अभी तक कुल 55 गिरफ्तार
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मंदिर तोड़े जाने की घटना के सिलसिले में पुलिस ने शनिवार को दस और लोगों को गिरफ्तार किया। इसी के साथ मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर 55 हो गई है।
पेशावर, एजेंसी। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मंदिर तोड़े जाने की घटना के सिलसिले में पुलिस ने शनिवार को दस और लोगों को गिरफ्तार किया। इसी के साथ मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर 55 हो गई है। पकड़े गए ज्यादातर लोग देवबंदी सुन्नी मुस्लिमों की जमीयत उलेमा-ए--इस्लाम पार्टी के समर्थक हैं।
पांच को सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई
30 दिसंबर को खैबर पख्तूनख्वा के करक जिले के टेरी गांव में बने मंदिर पर कट्टरपंथी उपद्रवियों की 350 से ज्यादा लोगों की भी़ड़ ने हमला किया था। इन लोगों ने मंदिर को नुकसान पहुंचाने के साथ ही परिसर में बनी संत की समाधि का अपमान किया था। टेरी गांव में तो हिंदुओं की संख्या बहुत कम है लेकिन आसपास के गांवों के हिंदू बड़ी संख्या में इस प्राचीन मंदिर में आते थे।
1997 में भी इस मंदिर पर कट्टरपंथियों ने हमला किया था और उसे नुकसान पहुंचाया था। लेकिन बाद में इसका पुनर्निर्माण कराया गया। अब जबकि मंदिर को विस्तार देने की योजना पर कार्य चल रहा था, तब इलाके के कट्टरपंथी मुस्लिम भड़क उठे और उन्होंने एकजुट होकर मंदिर पर हमला बोल दिया। हमले पर पाकिस्तान के मानवाधिकार संगठनों और हिंदू नेताओं ने रोष जताया है। घटना पर भारत सरकार ने कड़ा विरोध जताया है।
हमले के सिलसिले में पुलिस ने नामजद रिपोर्ट दर्ज की है और जमीयत के स्थानीय नेता समेत 55 लोगों को अभी तक गिरफ्तार किया गया है। प्रांत के मुख्यमंत्री महमूद खान ने जल्द ही मंदिर का पुनर्निर्माण कराने की घोषणा की है। मामले पर पक्ष प्रस्तुत करने के लिए पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पांच जनवरी को प्रांत सरकार के अधिकारियों को तलब किया है। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में आधिकारिक तौर पर 75 लाख हिंदू रहते हैं, अनाधिकारिक रूप से इनकी संख्या 90 लाख है।