Move to Jagran APP

बढ़ेगी इमरान की टेंशन, तहरीक-ए-तालिबान ने विराम को खत्म करने का किया एलान, लड़ाकों को हमला करने के दिए निर्देश

टीटीपी ने इमरान खान सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि वह पाकिस्तान सरकार के साथ महीनेभर के संघर्ष विराम को आगे नहीं बढ़ाएगा। टीटीपी ने अपने लड़ाकों से फिर से हमला शुरू करने को कहा है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 10 Dec 2021 07:03 PM (IST)Updated: Fri, 10 Dec 2021 09:43 PM (IST)
बढ़ेगी इमरान की टेंशन, तहरीक-ए-तालिबान ने विराम को खत्म करने का किया एलान, लड़ाकों को हमला करने के दिए निर्देश
टीटीपी ने कहा कि वह पाकिस्तान सरकार के साथ महीनेभर के संघर्ष विराम को आगे नहीं बढ़ाएगा।

इस्लामाबाद, एएनआइ। इमरान खान सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) ने कहा कि वह पाकिस्तान सरकार के साथ महीनेभर के संघर्ष विराम को आगे नहीं बढ़ाएगा। टीटीपी नेता मुफ्ती नूर वली महसूद ने संघर्ष विराम को खत्म करने की घोषणा की और अपने लड़ाकों से फिर से हमला शुरू करने को कहा। तहरीक के इस फैसले से पाकिस्तान में शांति बहाली को गंभीर खतरा पैदा हो गया है।समाचार पत्र डान ने कहा कि टीटीपी और पाकिस्तान सरकार के साथ कई दौर की बातचीत हुई थी।

loksabha election banner

तालिबान था मध्यस्थ

दोनों के बीच बातचीत कराने में अफगानिस्तान की सत्ता में काबिज तालिबान मध्यस्थता की भूमिका निभा रहा था। बातचीत में टीटीपी संघर्ष विराम को राजी हुआ था। इस संबंध में 25 अक्टूबर, 2021 को पाकिस्तान सरकार और टीटीपी के बीच छह सूत्री समझौता भी हुआ। यह समझौता अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत में दोनों के बीच आमने-सामने की बैठक में हुआ।

टीटीपी ने शर्तें लगाई

शांति वार्ता की यह बातचीत करीब दो हफ्ते तक चली। डान ने कहा कि टीटीपी ने कुछ अपनी शर्तें लगाई हैं जिनमें शरई कानून लागू करने की बात कही गई है। अब संघर्ष विराम नहीं बढ़ाने के टीटीपी के फैसले से तालिबान की मदद से पाकिस्तान में हिंसा और आतंकी हमलों में वृद्धि का खतरा बढ़ गया है।

छोड़े गए थे 100 से ज्यादा आतंकी

मालूम हो कि पिछले महीने ही इमरान खान की सरकार ने आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के सामने घुटने टेकते हुए उसके 100 से ज्यादा आतंकियों को रिहा कर दिया था। इन आतंकियों की रिहाई पर पाकिस्‍तानी अधिकारियों ने दावा किया था कि टीटीपी की कोई मांग या शर्त नहीं मानी गई है। कैदियों को सद्भावना के तौर पर छोड़ा गया है। पिछले महीने ही टीटीपी और पाकिस्‍तान की सरकार के बीच तय हुआ था कि टीटीपी अब देश के नागरिकों पर हमले नहीं करेगा और सरकारी सुरक्षा बल भी संगठन के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.