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ISI प्रमुख की नियुक्ति पर इमरान खान और बाजवा में मतभेद, गृहमंत्री बोले- एक सप्ताह में सुलझ जाएगा मामला

पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) ने पिछले सप्ताह लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम (Nadeem Ahmed Anjum) को खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस का नया प्रमुख नियुक्त किया गया था लेकिन पीएमओ ने अंजुम की नियुक्ति की अधिसूचना जारी नहीं की है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Sat, 16 Oct 2021 02:14 PM (IST)Updated: Sat, 16 Oct 2021 02:14 PM (IST)
ISI प्रमुख की नियुक्ति पर इमरान खान और बाजवा में मतभेद, गृहमंत्री बोले- एक सप्ताह में सुलझ जाएगा मामला
अधिसूचना में देरी के बाद से सरकार और सेना के बीच मतभेद की बात कही जा रही है।

इस्लामाबाद, पीटीआइ। आईएसआई के नए प्रमुख की नियुक्ति को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद के बीच मतभेद है। इस बीच पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा है कि प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख के बीच आईएसआई के नए प्रमुख की नियुक्ति का मुद्दा एक सप्ताह के भीतर सुलझा लिया जाएगा। हालांकि, गृह मंत्री अधिसूचना जारी करने में देरी का कारण बताने से हिचक रहे हैं।

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पाकिस्तानी सेना ने पिछले सप्ताह ने 6 अक्टूबर को घोषणा करते हुए कहा था कि लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम को खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस का नया प्रमुख नियुक्त किया गया था। हालांकि, प्रधानमंत्री इमरान खान के कार्यालय (पीएमओ) ने अंजुम की नियुक्ति की अधिसूचना जारी नहीं की है जिसके बाद से सरकार और सेना के बीच मतभेद होने की बात कही जा रही है।

इस मुद्दे पर शुरुआती चुप्पी के बाद सरकार ने इस हफ्ते कहा था कि महत्वपूर्ण नियुक्ति करते समय पीएम खान से ठीक से सलाह नहीं ली गई थी। इस सप्ताह की शुरुआत में सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था कि प्रधानमंत्री को जासूस प्रमुख नियुक्त करने का अधिकार है और परामर्श प्रक्रिया पूरी हो गई है और जल्द अधिसूचना जारी की जाएगी।

द डान अखबार में शुक्रवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, शेख राशिद ने एक निजी टीवी चैनल को बताया कि देश के नागरिक और सैन्य नेतृत्व के बीच इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लिया गया है और अब (आईएसआई प्रमुख की) नियुक्ति अगले शुक्रवार से पहले हो जाएगी। देरी के कारणों के बारे में पूछे जाने पर आंतरिक मंत्री ने कहा कि वह इसका कारण जानते हैं पर उन्हें सार्वजनिक नहीं कर सकते क्योंकि केवल प्रधानमंत्री खान ही लोगों को इस मामले से अवगत करा सकते हैं।

मंत्री ने कहा कि देश में असैन्य और सैन्य नेतृत्व के बीच कोई मतभेद नहीं है और दोनों पक्ष अपने निर्णय से संतुष्ट हैं। उन्होंने मीडिया में आई खबरों और सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेशनल असेंबली में मुख्य सचेतक आमिर डोगर के एक बयान को भी खारिज कर दिया कि पीएम खान चाहते थे कि लेफ्टिनेंट जनरल फैज पड़ोसी देश अफगानिस्तान में गंभीर स्थिति के कारण कुछ और समय अपने कार्यालय में बने रहें।


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