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जेल में शरीफ-मरियम के खिलाफ नारेबाजी, अब अदियाला से जाएंगे सिहाला जेल

रावलपिंडी के आदियाला जेल में बंद नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज को सुरक्षा कारणों से सिहाला रेस्ट हाउस भेजा जा रहा है।

By Monika MinalEdited By: Published: Thu, 19 Jul 2018 03:53 PM (IST)Updated: Thu, 19 Jul 2018 06:43 PM (IST)
जेल में शरीफ-मरियम के खिलाफ नारेबाजी, अब अदियाला से जाएंगे सिहाला जेल
जेल में शरीफ-मरियम के खिलाफ नारेबाजी, अब अदियाला से जाएंगे सिहाला जेल

लाहौर (प्रेट्र)। उच्‍च सुरक्षा वाले रावलपिंडी के अदियाला जेल से पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम को सिहाला पुलिस कॉलेज के परिसर में स्‍थित सिहाला रेस्‍ट हाउस में शिफ्ट किया जाएगा। जेल अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार सुबह कैदियों ने शरीफ के खिलाफ नारेबाजी की जिसके बाद सिहाला को उप-कारागार में भेजने का फैसला लिया गया है।

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13 जुलाई को शरीफ (68) और मरियम (44) को लंदन से लाहौर लौटते ही एयरपोर्ट पर एवेनफील्‍ड मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद उन्‍हें अदियाला जेल भेजा गया। बता दें कि नवाज शरीफ को दस साल और मरियम को सात साल कारावास की सजा दी गई है।

डॉन की खबर के अनुसार, सुबह कैदियों की नारेबाजी के बाद अदियाला जेल के अधिकारियों ने शरीफ के घूमने-फिरने पर आंशिक रूप से रोक लगा दी है। खबर के अनुसार, अब शरीफ को मस्जिद में नमाज अदा करने की भी इजाजत नहीं होगी। सूत्रों के अनुसार, जेल अधिकारी शरीफ और मरियम को सिहाला पुलिस कॉलेज परिसर में स्थित सिहाला रेस्ट हाउस (सफवात लॉज) भेजने पर विचार कर रहे हैं।

एक वरिष्‍ठ अधिकारी ने बताया कि सिहाला पुलिस कॉलेज के परिसर में बम निरोधक दस्‍ते ने पूरी छानबीन कर ली है। रेस्‍ट हाउस को उप-कारागार के तौर पर घोषित कर दिया गया है और सिहाला की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि जेल में आतंकी मामलों में दोषी हाई प्रोफाइल कैदी मौजूद हैं जिसके कारण नवाज शरीफ असुरक्षित हैं। हालांकि उनके और उनकी बेटी के लिए यहां सुरक्षा व्‍यवस्‍था के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

पुलिस के अनुसार अदियाला जेल के बाहर भी कड़ी सुरक्षा व्‍यवस्‍था है क्‍योंकि बड़ी संख्‍या में लोग नवाज और मरियम से मिलने आते हैं। सफावत लॉज की सफाई की गई है और फूलों, पेंटिंग्‍स के साथ तस्‍वीरों से सजावट की गई है। एक डबल बेड, दो कुर्सियां और एक टेबल कैदियों के लिए उपलब्‍ध कराया गया है।

उल्‍लेखनीय है कि इसी लॉज में पूर्व राष्‍ट्रपति व पीपीपी के सहअध्‍यक्ष आसिफ अली जरदारी को भी 1996 में उनकी सरकार गिरने के बाद गिरफ्तार कर रखा गया था। इससे पहले भी अन्‍य कई राजनेताओं को यहां गिरफ्तारी के बाद रखा जा चुका है। 13 जुलाई को ही इस्‍लामाबाद प्रशासन ने उप-कारागार के तौर पर रेस्‍टहाउस की घोषणा की थी, ताकि नवाज व उनकी बेटी को गिरफ्तारी के बाद यहीं रखा जा सके। लेकिन उन्‍हें यहां लाने के बजाए अदियाला जेल ले जाया गया।


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