पाकिस्तान में कोरोना वायरस से मरने वालों के लिए अलग कब्रिस्तान बनना शुरू
दुनिया में कोरोना वायरस ने अंतिम संस्कार के तरीके बदल दिए हैं। इसी कड़ी में पाकिस्तान के प्रमुख शहर कराची में कोरोना वायरस से मरने वालों के लिए अलग कब्रिस्तान बनाया गया है।
इस्लामाबाद, एजेंसी। दुनिया में कोरोना वायरस ने अंतिम संस्कार के तरीके बदल दिए हैं। इसी कड़ी में पाकिस्तान के प्रमुख शहर कराची में कोरोना वायरस से मरने वालों के लिए अलग कब्रिस्तान बनाया गया। इस कब्रिस्तान को बिन कासिम टाउन इलाके में 80 एकड़ जमीन पर बनाया गया है। अब से कराची में जो भी व्यक्ति कोरोना के संक्रमण की वजह से मौत का शिकार होगा, उसे इसी कब्रिस्तान में दफन किया जाएगा।
किसी अन्य कब्रिस्तान में नहीं दफनाया जा सकेगा
बताया जाता है कि इसमें कोरोना वायरस की वजह से मरने वाले 74 साल के अफसर खान को दफनाया भी जा चुका है। वहीं कब्रिस्तान में पहले से कब्रें खोदी जा रही हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर मरने वालों को जल्दी से जल्दी दफनाया जा सके। कराची प्रशासन का यह भी कहना है कि जो लोग कोरोना वायरस से मर जाएंगे, उन्हें किसी अन्य कब्रिस्तान में दफनाए जाने की इजाजत नहीं होगी।
पहले पाकिस्तान में कोरोना वायरस की वजह से मरने वालों को ताबूत में दफनाने की बात भी कही गई थी। यह भी कहा गया था कि इस तरह से मरने वाले के शव को अधिक देर तक खुला न छोड़ा जाए और फौरन दफनाया जाए, ताकि संक्रमण फैलने का खतरा न रहे।
अब तक ढाई हजार संक्रमित, 40 लोगों की मौत
ज्ञात हो कि पाकिस्तान में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। इससे अब तक जहां दो हजार, 631 लोग संक्रमित हो चुके हैं, वहीं इससे अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में किसी भी कार्यक्रम, सार्वजनिक आयोजन और इकट्ठा होकर प्रार्थना, नमाज आदि करने पर रोक लगा दी गई है और पूरी एहतियात बरती जा रही है।
शव को नहलाने और कफन में लपेटने से रोका गया
उधर, जेरुसलम और फलस्तीन क्षेत्र के मुख्य मुफ्ती मुहम्मद हुसैन ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण मुस्लिमों के शव दफनाने के लिए हम लोगों को सरकार ने नये आदेश दिए गए हैं। नये नियम कायदे के अनुसार हम लोगों को शव को नहलाने और कफन में लपेटने से रोक दिया गया है। अब हमें बाडीबैग समेत शव को दफनाना होगा। फलस्तीन में अब तक कोरोना वायरस से एक की जान गई है।