पाकिस्तान में मुस्लिम से शादी करने वाली सिख लड़की का जन्म प्रमाणपत्र मांगा, जानें क्या है पूरा मामला
पाकिस्तान की एक अदालत ने सिख लड़की का कंप्यूटरीकृत जन्म प्रमाणपत्र पेश करने का आदेश दिया है जिसकी मुस्लिम लड़के से शादी के बाद पिछले साल देश में तनाव पैदा हो गया था।
लाहौर, प्रेट्र। पाकिस्तान की एक अदालत ने सिख लड़की का कंप्यूटरीकृत जन्म प्रमाणपत्र पेश करने का आदेश दिया है, जिसकी मुस्लिम लड़के से शादी के बाद पिछले साल देश में तनाव पैदा हो गया था। मामले की अगली सुनवाई 22 मई को होगी।
कोर्ट ने जन्म प्रमाणपत्र पेश का आदेश दिया
लाहौर हाई कोर्ट के जस्टिस शेहराम सरवर ने मंगलवार को मुहम्मद हसन की एक याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश जारी किया। हसन ने जगजीत कौर को सौंपने की मांग की है। फिलहाल जगजीत एक अदालत के आदेश पर आश्रयगृह में रह रही है। जज ने जगजीत की उम्र तय करने के लिए नेशनल डाटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी की तरफ से जारी उसका जन्म प्रमाणपत्र पेश करने का आदेश दिया, ताकि याचिका पर निर्णय लिया जा सके। ननकाना साहिब के ग्रंथी की बेटी जगजीत को लाहौर के दारूल अमन में भेज दिया गया था।
घटना के समय किशोरी 16 साल से भी कम उम्र की थी
इससे पहले उसने लाहौर हाई कोर्ट में अपनी मर्जी से इस्लाम अपनाने और हसन से शादी की बात कही थी। उसने यह भी कहा था कि वह पिता के घर नहीं लौटना चाहती। जगजीत ने शादी के बाद अपना नाम आयशा रख लिया है। हालांकि, जगजीत के भाई मनमोहन सिंह ने आरोप लगाया था कि हसन ने उसकी बहन को अगवा किया था। मनमोहन ने दावा किया है कि जब यह घटना हुई, तब जगजीत 16 साल से भी कम उम्र की थी। इससे पहले मायो अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने अपनी रिपोर्ट में कोर्ट को बताया कि जगीत कौर नाबालिग नहीं है। उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा है।
अगवा करने वाले का दावा है कि लड़की की उम्र 19 साल है
हसन के वकील ने मंगलवार को दावा किया कि जगजीत अब 19 साल की है। उसका कंप्यूटरीकृत जन्म प्रमाणपत्र भी उपलब्ध है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल जगजीत के परिवार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। वीडियो में परिवार के एक सदस्य ने आरोप लगाया था कि पिछले साल सितंबर में कुछ लोगों ने उसके घर पर हमला कर जगजीत का अपहरण कर लिया था। इसके बाद उसकी जबरन धर्मातरण कर एक मुस्लिम युवक से शादी करा दी गई थी।
गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर भीड़ ने किया था हमला
गौरतलब है कि करीब 6 माह पहले पहले इस मामले को लेकर गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर भीड़ ने हमला कर दिया था। हमले में शामिल लोगों का आरोप था कि 'अपनी मर्जी से इस्लाम कबूलने' और 'शादी करने वाली' लड़कियों को लेकर सिख समुदाय बेवजह हंगामा खड़ा करता है। बता दें कि पाकिस्तान में गुरुद्वारा ननकाना साहिब के नजदीक एक सिख ग्रंथी भगवान सिंह की बेटी जगजीत कौर को अगवा करके जबरन इस्लाम कुबूल कराया गया था। इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भी कबूल कर चुके हैं कि उनके देश में एक बड़ा गिरोह है जो अल्संख्यक हिंदू और सिखों को डरा धमकाकर मुसलमान बना रहा है। भारत ने पाकिस्तान से इस मुद्दे पर चिंता जताई थी। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय के उत्पीड़न की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं।