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पाकिस्तान को झटका, रूस ने रद किया कंटेमिनेशन इंडीकेटर सौदा, गलत जानकारी देने का लगाया आरोप

रूस ने पाकिस्तान से हैंड-फुट कंटेमिनेशन इंडीकेटर बेचने का समझौता रद कर दिया है। रूस को जब यह पता चला कि पाकिस्तान इसका उपयोग चश्मा क्षेत्र स्थित अपने परमाणु संयंत्र में करना चाहता है तो उसने सौदा रद करने का फैसला लिया।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 19 Nov 2021 08:12 PM (IST)Updated: Fri, 19 Nov 2021 08:13 PM (IST)
पाकिस्तान को झटका, रूस ने रद किया कंटेमिनेशन इंडीकेटर सौदा, गलत जानकारी देने का लगाया आरोप
रूस ने पाकिस्तान से 'हैंड-फुट कंटेमिनेशन इंडीकेटर' बेचने का समझौता रद कर दिया है।

नई दिल्ली, एएनआइ। रूस ने पाकिस्तान से 'हैंड-फुट कंटेमिनेशन इंडीकेटर' बेचने का समझौता रद कर दिया है। पाकिस्तान व रूस की निजी कंपनियों के बीच इसकी खरीद को लेकर करार हुआ था। रूस को जब यह पता चला कि पाकिस्तान इसका उपयोग चश्मा क्षेत्र स्थित अपने परमाणु संयंत्र में करना चाहता है, तो उसने सौदा रद करने का फैसला लिया। रूस की निर्यात नियंत्रण एजेंसी ने बताया, पैरों व हथेलियों में बीटा-गामा किरणों के प्रभाव को मापने वाले इस उपकरण की खरीद के लिए पाकिस्तानी कंपनियों ने गलत जानकारी दी थी।

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समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के निर्यात नियंत्रक प्रशासन फेडरल सर्विस फॉर टेक्निकल एंड एक्सपोर्ट कंट्रोल (FSTEC) ने इस निर्यात के लिए लाइसेंस जारी करने से इनकार कर दिया। वास्तव में पाकिस्तान छह 'हैंड-फुट कंटेमिनेशन इंडीकेटर' अपने परमाणु संयंत्र में उपयोग के लिए खरीदना चाहता था। मामला तब सामने आया जब रूस को यह जानकारी मिली कि पाकिस्तान ने यूरोपीय देशों से इस उपकरण को खरीदने की कोशिश की थी। यूरोपीय बाजार में असफल प्रयास के बाद पाकिस्तान ने रूसी कंपनियों से संपर्क किया था।

समाचार एजेंसी एएनआइ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि रूसी सरकार यूरोपीय बाजार से महत्वपूर्ण उत्पादों की खरीद के लिए पाकिस्तानी कंपनियों की कोशिशों पर करीब से नजर रख रही है। रूस ऐसी खरीद फरोख्‍त के बारे में अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। मौजूदा वक्‍त में यूरोप से ऐसी संवेदनशील वस्तुओं की खरीद की कोशिशें पाकिस्तानी कंपनियों के लिए चुनौतीपूर्ण होते जा रहे हैं। पाकिस्‍तानी कंपनियों के लिए रूसी निजी कंपनियों की ओर रुख करने के लिए मजबूर किया गया है।

पाकिस्तान परंपरागत रूप से यूरोप में निजी कंपनियों से परमाणु सामग्री की खरीद करता रहा है लेकिन कड़े नियंत्रण और नियामक निकायों द्वारा कठोर जांच के कारण वह अपनी परमाणु महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए रूस को एक संभावित बाजार के तौर पर देखता है। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी पक्ष ने महसूस किया था कि शायद रूसी नियामक अधिकारियों के पास सख्त निगरानी तंत्र नहीं है लेकिन पाकिस्‍तान यह भूल गया कि रूस उसकी हर खरीद फरोख्‍त पर बारीकी से नजर रख रहा है। 


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