ना-पाक हरकत: दिल्ली हिंसा पर इमरान ने मुस्लिम देशों को उकसाया, जानें- ट्वीट में क्या कहा
पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान को दिल्ली में मुस्लिमों के साथ अत्याचार दिख रहा है। इस बहाने वह मुस्लिम देशों को उकासा रहे हैं।
नई दिल्ली। अपनी आतंरिक समस्याओं से बेखबर पाकिस्तान की सियासत की धूरी भारत बन चुका है। इमरान खान सरकार ने भारत विरोध का मोर्चा ही खोल दिया है। इस मामले में कभी खुद प्रधानमंत्री इमरान खान आगे आते हैं, तो कभी उनके मंत्रिमंडल के नेता इस काम को अंजाम देते हैं। यहां सवाल यह है कि आखिर इमरान खान ऐसा करके अपने किस लक्ष्य को साधने की कोशिश करते हैं। कभी इमरान सरकार अपने घर की आग को बुझाने के बजाए कश्मीर में मानवाधिकार की चिंता करती है। पाकिस्तान की समस्याओं से बेखबर इमरान को कश्मीर में मानवाधिकार की चिंता सताती है। इन दिनों इमरान खान को दिल्ली में मुस्लिमों के साथ अत्याचार दिख रहा है। इस बहाने वह मुस्लिम देशों को उकासा रहे हैं। हालांकि, यहां भी उनको मुंह की खानी पड़ी है। उनके इस ट्वीट पर किसी देश ने अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। आइए जानते हैं कि आखिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में क्या लिखा है, जो आपत्तिजनक है।
दिल्ली के मामले को अंतरराष्ट्रीरण करने में जुटे इमरान
इमरान खान सरकार बहुत चतुराई से दिल्ली में हुई हिंसा का अंतरराष्ट्रीयकरण करने में जुटी है। इमरान खान अपने ट्वीट में मुस्लिम देशों को उकसाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने इस ट्वीट में मुस्लिम देशों से कहा है कि दिल्ली में हुई हिंसा में इन मुल्कों को आगे आना चाहिए। इमरान ने ट्वीट कर दिल्ली हिंसा और भारत में मुसलमानों व कश्मीर के लोगों के दमन व संहार का मुद्दा उठाने पर ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्ला अली खमनेई और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा यह दुखद है कि मुस्लिम जगत से इसके खिलाफ बहुत कम आवाजें उठी हैं, कम निंदा हुई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उनके इस ट्वीट से साफ है कि वह भारत के खिलाफ मुस्लिम देशों को लामबंद करने की पहल कर रहे हैं।
अयातुल्ला अली खमनेई के ट्वीट के बाद सामने आए इमरान
बता दें कि इमरान का यह ट्वीट अयातुल्ला अली खमनेई के इस ट्वीट के बाद आया, जिसमें ईरानी धार्मिक नेता ने भारत सरकार से आग्रह किया कि वह मुसलमानों का संहार रोके और चरमपंथी हिंदुओं से निपटे। ईरान के सर्वोच्च नेता खमनेई ने ट्वीट किया कि भारत में मुस्लिमों के नरसंहार पर दुनियाभर के मुस्लिमों का दिल दुखी है। भारत सरकार को कट्टर हिंदुओं और उनकी पार्टियों को रोकना चाहिए और इस्लामिक देशों की ओर से अलग-थलग होने से बचने के लिए भारत को मुस्लिमों के नरसंहार को रोकना चाहिए।
इसके पूर्व ईरान के विदेश मंत्री ने भी इसी तरह का बयान दिया था, इस पर भारत ने अपनी कड़ी आपत्ति जताई थी। भारत ने अपने स्टैंड को साफ करते हुए कहा था कि यह उसके देश का आंतरिक मामला है। भारत ने कहा कि वह आंतरिक मामले में किसी की दखलअंदाजी नहीं सहेगा। ईरानी विदेश मंत्री को चयनात्मक तरीके से तथ्यों को पेश नहीं करना चाहिए।