फैज हमीद को क्यों ISI प्रमुख बनाए रखना चाहते थे इमरान खान, बताई ये वजह
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर सेना और सरकार के बीच इस मुद्दे पर टकराव की बातें चल रही थीं लेकिन मंगलवार को नियमित मीडिया में इसके सामने आने के बाद सूचना मंत्री फवाद चौधरी को सरकार की बात स्पष्ट करनी पड़ी।
नई दिल्ली, आइएएनएस। इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के नए प्रमुख को लेकर इमरान खान और पाक सेना के बीच टकराव की खबरें आ रही हैं। इस बीच इमरान खान ने कैबिनेट को बताया कि उन्होंने सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा से कहा था कि वह पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान की स्थिति को देखते हुए लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को कुछ समय के लिए आइएसआइ के महानिदेशक के पद पर बनाए रखना चाहते हैं। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर सेना और सरकार के बीच इस मुद्दे पर टकराव की बातें चल रही थीं, लेकिन मंगलवार को नियमित मीडिया में इसके सामने आने के बाद सूचना मंत्री फवाद चौधरी को सरकार की बात स्पष्ट करनी पड़ी।
फवाद चौधरी ने मंगलवार को कहा कि खुफिया आइएसआइ के नए प्रमुख की नियुक्ति में कानून का पालन किया जाएगा। बता दें कि पाकिस्तानी सेना ने पिछले हफ्ते लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद के स्थान पर लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम को आइएसआइ का नया महानिदेशक बनाने की घोषणा की थी। लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय ने उनकी नियुक्ति की अधिसूचना जारी नहीं की। इससे उन अफवाहों को बल मिला कि सरकार और सेना के बीच इस प्रमुख नियुक्ति को लेकर मतभेद हैं। लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को पेशावर कोर का कमांडर नियुक्त किया गया है। नियमों के मुताबिक, आइएसआइ प्रमुख की नियुक्ति का अधिकार प्रधानमंत्री के पास है जो वह सेना प्रमुख के परामर्श से करते हैं।
नेशनल असेंबली में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के आमीर डोगर ने कहा कि प्रधानमंत्री खान और जनरल बाजवा ने इस मामले पर सोमवार देर रात विस्तृत बैठक की थी। बैठक की पुष्टि सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने भी कैबिनेट बैठक के बाद अपने प्रेसर के दौरान की थी। इसमें कहा गया था कि नए आइएसआइ डीजी लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम की नियुक्ति का मुद्दा हल हो गया है और प्रधानमंत्री को आइएसआइ के प्रमुख की नियुक्ति का अधिकार प्राप्त है।