भारत में कोरोना से निपटने के कोशिशों की दुनियाभर में चर्चा, पीओके के नेता बोले, मोदी का नेतृत्व असरदार
कोरोना महामारी से निपटने के लिए की गई भारत की तैयारियां दुनिया भर में चर्चा का विषय बन रही हैं। यहां तक कि पीओके के नेता भी पीएम मोदी की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।
वाशिंगटन, एएनआइ। इस समय जबकि दुनिया कोरोना वायरस से पैदा महामारी से जूझ रही है। कई देशों की सरकारें कोरोना वायरस के संक्रमण वाले मरीजों की बढ़ती संख्या के सामने असहाय हैं। ऐसे में भारत में महामारी से निपटने के लिए की गई तैयारियां दुनिया भर में चर्चा का विषय बन रही हैं। यही नहीं पीओके के नेता भी पीएम मोदी के असरदार नेतृत्व क्षमता के मुरीद हो गए हैं।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (गुलाम कश्मीर) के राजनीतिक कार्यकर्ता डॉ. अमजद अयूब मिर्जा के अनुसार पाकिस्तान, गुलाम कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान के कोरोना को लेकर हालात दिनों-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और क्वारंटाइन जैसे आवश्यक कदम कोई नहीं उठा रहा। सब अपनी मर्जी से जीवन जीने में लगे हुए हैं। ऐसा पाकिस्तान में नेतृत्व के असरदार न होने की वजह से हो रहा है।
अयूब मिर्जा ने कहा कि भारत में 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा है और लोग उसका खूब पालन भी कर रहे हैं। इसकी मुख्य वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील है। यह उनका असर है कि उनकी कही बात को लोग एक बार में मान लेते हैं और उस पर अमल करते हैं। पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले सारे इलाके नेतृत्वहीनता का खामियाजा भुगत रहे हैं और कोरोना वायरस वहां अपने पांव पसार रहा है।
वाशिंगटन में रह रहे गिलगित-बाल्टिस्तान के राजनीतिक कार्यकर्ता सेंग एच सेरिंग के मुताबिक दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के नेता के रूप में प्रधानमंत्री मोदी रचनात्मक और सहयोगी रुख अपना रहे हैं। वह वैश्विक नेता के रूप में कार्यो को अंजाम दे रहे हैं और प्रेरणास्त्रोत बन रहे हैं। उनकी नीति विपक्ष को साथ चलने के लिए मजबूर कर रही है। कोरोना से लड़ने में यही चीज सबसे ज्यादा मददगार साबित हो रही है। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में कोरोना पीडि़तों की संख्या डेढ़ हजार को पार कर गई है और उसके रुकने के फिलहाल संकेत नहीं हैं।