पाकिस्तान में खुली विपक्षी एकजुटता की पोल, PDM प्रमुख रहमान ने माना दलों के बीच हैं गहरे मतभेद
रहमान ने कहा कि विपक्षी गठबंधन अपनी तमाम असमानताओं के बावजूद एक निश्चित लक्ष्य के लिए एकजुट है। खास बात यह है कि पीडीएम प्रमुख का यह विचार ऐसे समय आया है जब पीपीपी के प्रस्ताव पर दोनों दोनों दलों के नताओं के बीच मतभेद सामने आए है।
इस्लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट पीडीएम के मालिक मौलाना फजलुर रहमान ने शनिवार को कहा कि विपक्षी गठबंधन अपनी तमाम असमानताओं के बावजूद एक निश्चित लक्ष्य के लिए एकजुट है। खास बात यह है कि पीडीएम प्रमुख का यह विचार ऐसे समय आया है, जब पीपीपी के प्रस्ताव पर दोनों दोनों दलों के नताओं के बीच मतभेद सामने आए है। दरअसल, विपक्षी गठबंधन में शामिल पीपीपी का प्रस्ताव है कि सार्वजनिक प्राधिकरण को बिना किसी निश्चित आंदोलन के हटाया जाएगा। पीएमएल-एन ने पीपीपी की इस अवधारणा को खारिज कर दिया। पेशावर में मीडिया को संबोधित करते हुए रहमान ने कहा कि इमरान खान की सरकार को सत्ता में बने रहने का अब कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
9 फरवरी से शुरू होगा आंदोलन
इस्लामाबाद में पीडीएम के मार्गदर्शक सलाहकार समूह की एक सभा के बाद पीडीएम प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने कहा कि वह 5 फरवरी को रावलपिंडी के लियाकत बाग में नए मंच का पहला सम्मेलन करेंगे। पीडीएम प्रमुख ने कहा कि 9 फरवरी को हैदराबाद में और 13 फरवरी को सियालकोट में एक अन्य सार्वजनिक सभा आयोजित की जाएगी। बता दें कि पीडीएम ने गत वर्ष 16 अक्टूबर से पेशावर, गुजरांवाला, कराची, क्वेटा, मुल्तान और लाहौर सम्मेलनों का समन्वय किया था। पीडीएम ने 31 जनवरी, 2021 तक इमरान खान के त्याग का अनुरोध किया था। अब यह समय सीमा समाप्त हो गई है। इसलिए पीडीएम ने एक बार फिर आंदोलन की राह चुनी है।
20 सितंबर, 2020 को पीडीएम की स्थापना
गौरतलब है कि 20 सितंबर, 2020 को पाकिस्तान में प्रमुख विपक्षी दलों की इस्लामाबाद में हुई बैठक में प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ एक बड़े विरोध प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार की गई। विपक्षी गठबंधन ने इमरान खान से इस्तीफे की मांग की। इस बैठक में इमरान सरकार के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन चलाने की घोषणा की गई। इस नए गठबंधन का नाम पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मुवमेंट का नाम दिया गया। विपक्षी गठबंधन दरअसल, पाकिस्तान की राजनीति में सेना के दखल का विरोध कर रही है। विपक्ष जवाबदेही का एक नया कानून बनाने की मांग कर रही है। इस बैठक के बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्वीट कर कहा था कि पीडीएम लोकतांत्रिक पाकिस्तान की दिशा में अहम कदम है। बिलावल ने इस गठबंधन का जोरदार स्वागत किया था। पूर्व प्रधानमंत्री और पीएमएल (एन) के नेता नवाज शरीफ ने वीडियो कॉन्फ्रेंस से जरिए इस बैठक को संबोधित किया था।