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मानवाधिकार कार्यकर्ता और प्रभावशाली महि‍लाओं में शुमार जलीला हैदर से डरा पाक, ब्रिटेन जाने से रोका

पाकिस्‍तान ने देश की शीर्ष महिला वकील एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता जलीला हैदर को ब्रिटेन में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने से रोक दिया..

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 04:56 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 05:01 PM (IST)
मानवाधिकार कार्यकर्ता और प्रभावशाली महि‍लाओं में शुमार जलीला हैदर से डरा पाक, ब्रिटेन जाने से रोका
मानवाधिकार कार्यकर्ता और प्रभावशाली महि‍लाओं में शुमार जलीला हैदर से डरा पाक, ब्रिटेन जाने से रोका

लाहौर, पीटीआइ। पाकिस्‍तान ने देश की शीर्ष महिला वकील एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता जलीला हैदर को ब्रिटेन में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने से रोक दिया है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्‍तान के आव्रजन अधिकारियों (immigration authorities) ने सोमवार को जलीला हैदर को यहां एयरपोर्ट पर देश विरोधी गति‍विधियों (anti-state activities) के आरोप में हिरासत में ले लिया। जलीला पिछले साल दुनिया की 100 प्रभावशाली और प्रेरणादायक महिलाओं को लेकर तैयार बीबीसी की सूची में शामिल थीं।

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जलीला हैदर पाकिस्‍तान के अल्‍पसंख्‍यक हजारा समुदाय का समर्थन करती हैं। वह ब्रिटेन की फ्लाइट पर चढ़ने वाली थीं कि उससे पहले ही पाकिस्‍तानी अधिकारियों ने उन्‍हें हिरासत में ले लिया। पाकिस्‍तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, उनको ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी ऑफ सक्सेस (University of Sussex) की ओर से नारीवाद पर आयोजित एक सम्‍मेलन में भाग लेना था। रिपोर्ट के मुताबिक, जब जलीला हैदर ने पाकिस्‍तानी अधिकारियों से पूछा कि उन्‍हें विमान पर सवार होने से क्‍यों रोका जा रहा है तो उन्‍हें बताया गया कि देश विरोधी गतिविधियों के चलते उनका नाम नो फ्लाइ लिस्‍ट में शामिल है।

जलीला हैदर बलूचिस्‍तान की रहने वाली है और हजारा समुदाय से ताल्‍लुक रखती हैं। पाकिस्‍तानी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्‍हें एयरपोर्ट पर ही संघीय जांच एजेंसी यानी एफआइए (Federal Investigation Agency, FIA) द्वारा सात घंटे तक हिरासत में रखा गया। बाद में अधिकारियों ने उनका पासपोर्ट वापस कर दिया और कहा कि वह यूके के लिए दूसरी फ्लाइट बुक कर सकती हैं। जलीला हैदर ने कहा कि वह किसी भी देश विरोधी गतिविधि में शामिल नहीं हैं। हैदर 'वी द ह्यूमन' नाम के एक गैर लाभकारी संगठन की संस्‍थापक भी हैं।

साल 2018 में हैदर ने पाकिस्‍तान में एक लंबी भूख हड़ताल की थी और हजारा समुदाल के ख‍िलाफ हो रही हिंसा को रोकने की मांग की थी। इसके लिए उन्‍हें उत्‍पीड़नों का सामना करना पड़ा। हैदर ने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से बलूचिस्तान का दौरा करने और बीते दो दशकों में पाकिस्तान में हजार लोगों की हत्या के कारण विधवा हुई महिलाओं और अनाथ बच्चों को सांत्वना देने की मांग की थी। पाकिस्‍तान में जलीला हैदर को हिरासत में लिए जाने की खबर जैसे ही सोशल मीडिया के जरिए फैली उनके समर्थक एयरपोर्ट पर पहुंच गए और उनकी रिहाई की मांग की। 


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