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चीनी कंपनियों के वेतन में भेदभाव पर भड़के पाकिस्तानी कर्मचारी, किया जोरदार प्रदर्शन

द न्यूज इंटरनेशनल ने बताया था कि ओरेंज लाइन मेट्रो ट्रेन का कार्य करने वाली पंजाब मास ट्रांजिट अथॉरिटी ने जो चीन के कर्मचारी भर्ती किए थे उनका वेतन पाकिस्तानी कर्मचारियों की तुलना में काफी ज्यादा था। यह मेट्रो ट्रेन लाहौर में शुरू हुई है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 11:55 PM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 11:55 PM (IST)
चीनी कंपनियों के वेतन में भेदभाव पर भड़के पाकिस्तानी कर्मचारी, किया जोरदार प्रदर्शन
पाकिस्तान के कराची शहर में हजारों मजदूरों का प्रदर्शन।

 इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान के कराची शहर में बुधवार को हजारों मजदूरों ने प्रदर्शन कर चीन की कंपनियों द्वारा दी जा रही कम मजदूरी पर विरोध जताया। कहा कि उनके समान करने वाले चीनी मजदूरों को कंपनियां ज्यादा वेतन दे रही हैं जबकि उन्हें कम तनख्वाह दी जा रही है। उनके साथ यह भेदभाव अपने ही देश में हो रहा है। इससे पहले द न्यूज इंटरनेशनल ने बताया था कि ओरेंज लाइन मेट्रो ट्रेन का कार्य करने वाली पंजाब मास ट्रांजिट अथॉरिटी ने जो चीन के कर्मचारी भर्ती किए थे, उनका वेतन पाकिस्तानी कर्मचारियों की तुलना में काफी ज्यादा था। यह मेट्रो ट्रेन लाहौर में शुरू हुई है। 

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चीन के कर्मचारियों की तुलना में मिलता है काफी कम वेतन

पाकिस्तान की विभिन्न परियोजनाओं में कार्य कर रहे चीन और पाकिस्तान के नागरिकों के वेतन में भिन्नता के साथ ही उन्हें दी जाने वाली मुद्रा भी अलग-अलग है। चीन के कर्मचारियों को वेतन युआन में जबकि पाकिस्तानी कर्मचारियों को पाकिस्तानी रुपये में तनख्वाह मिलती है। चीन की कर्मचारियों की तनख्वाह देने का असर पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार पर भी पड़ता है, जो कि पहले से ही खस्ता हालत में हैं। बुधवार को एक युआन की कीमत 24.02 पाकिस्तानी रुपये थी।

इस पर दोनों देशों के कर्मचारियों के वेतन का अंतर पाकिस्तानी कर्मचारियों के असंतोष की बड़ी वजह है। कुछ पद तो सिर्फ चीनी नागरिकों के लिए ही आरक्षित हैं, उन पर पाकिस्तान के नागरिक कार्य नहीं कर सकते, भले ही वे योग्य हों। मेट्रो ट्रेन क्रू के रूप में कार्य करने वाले चीन के कर्मचारियों की तुलना में बहुत कम वेतन के प्रस्ताव के विरोध में पाकिस्तानी कर्मचारियों ने वह कार्य करने से ही इन्कार कर दिया। ये कर्मचारी चीन के कर्मचारियों के समान ही वेतन की मांग कर रहे हैं। 


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