पाकिस्तान में मौलवियों ने सोशल डिस्टेसिंग के नियमों को ताक पर रखा, लाचार हुई सरकार
पाकिस्तान के मौलवियों के आगे इमरान सरकार ने घुटने टेक दिए हैं। इन मौलवियों ने सरकार के लॉकडाउन और सोशल डिस्टेसिंग के नियमों को ताक पर रख दिया है।
इस्लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्तान के मौलवियों के आगे इमरान सरकार ने घुटने टेक दिए हैं। इन मौलवियों ने सरकार के लॉकडाउन और सोशल डिस्टेसिंग के नियमों को ताक पर रख दिया है। इस्लामिक मौलवियों ने महामारी को कोरोना महामारी को गंभीरता से नहीं लिया है और धार्मिक अलगाव को रोकने से इनकार कर दिया है।
बता दें कि स्थानीय सरकार ने पिछले गुरुवार को सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों में मस्जिदों को बंद करने की घोषणा की थी, जबकि पाकिस्तान के सबसे अधिक आबादी वाले प्रांत पंजाब में मस्जिदों को अभी भी खुले रहने की अनुमति है। द स्पेक्टेटर की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस महीने की शुरुआत में मौलवियों ने पाकिस्तान में एक बड़ी सभा की, जिसमें 250,000 लोग शामिल थे। इसके बाद इस्लामिक देशों में कोरोना वायरस का प्रसार तेजी से हुआ।
लाहौर में इस्लामिक मिशनरी आंदोलन 'टेबलेगी जमात' की वार्षिक बैठक में दुनियाभर के हजारों मुसलमानों की मेजबानी की गई थी। इससे फिलिस्तीन, किर्गिस्तान और पूरे पाकिस्तान में संक्रमण फैल गया। इस जमात में अफ़गानिस्तान, चीन, इंडोनेशिया और नाइजीरिया के 550 मौलवी एकत्र हुए थे। जमात को भीड़ इकट्ठा करने की अनुमति दिए जाने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी सरकार की पहले ही आलोचना की जा चुकी है। यह कहा गया कि यह फैसला कोरोना के प्रसार को रोकने बड़ी विफलता साबित हुई है।
उधर, पाकिस्तान के रायविंड तब्लीगी मरकज में कोरोना वायरस के रोगियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। यहां पर कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 41 तक पहुंच गई है। दिल्ली स्थित निजामुद्दीन के तब्लीगी मरकज में कोरोना के मरीजों को पाए जाने के बाद काफी हंगामा हुआ था। उसी के बाद से देखा गया कि तब्लीगी मरकज में जो लोग शामिल हुए थे वो अब कोरोना के मरीज बन रहे हैं। पाकिस्तान में भी तब्लीगी मरकज में शामिल हुए लोग वायरस से संक्रमित हो रहे हैं।
पाकिस्तान में तबलीगी जमात के कई सदस्यों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि के बाद लाहौर के पास स्थित रायविंड को पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है। इसी शहर में तबलीगी जमात का केंद्रीय मरकज है। बता दें कि रायविंड में 11 से 15 मार्च तक तबलीगी जमात का जलसा हुआ था। जलसे के बाद यहां से बड़ी संख्या में लोग देश के अन्य हिस्सों में पहुंचे थे। सिंध के हैदराबाद में जमात के कई सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए। रायविंड में भी गत रविवार को 27 जमातियों में वायरस होने की पुष्टि हुई।