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महमूद कुरैशी का US से वादा, अफगानिस्‍तान शांति प्रक्रिया में सूत्रधार की भूमिका निभाता रहेगा पाक

विदेश मंत्री ने अफगानिस्तान में अमेरिकी विशेष दूत जालिम खलीलजाद का आश्वासन दिया है कि पाकिस्‍तान इमानदारी के साथ शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए अपनी अहम भूमिका निभाता रहेगा।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sat, 14 Dec 2019 09:25 AM (IST)Updated: Sat, 14 Dec 2019 10:38 AM (IST)
महमूद कुरैशी का US से वादा, अफगानिस्‍तान शांति प्रक्रिया में सूत्रधार की भूमिका निभाता रहेगा पाक
महमूद कुरैशी का US से वादा, अफगानिस्‍तान शांति प्रक्रिया में सूत्रधार की भूमिका निभाता रहेगा पाक

इस्‍लामाबाद, एजेंसी । पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी ने अमेरिका काे आश्‍वस्‍त किया है कि वह अफगान शांति प्रक्रिया के सूत्रधार की भूमिका में सक्रिय रहेगा। विदेश मंत्री ने अफगानिस्तान में अमेरिकी विशेष दूत जालिम खलीलजाद का आश्वासन दिया है कि पाकिस्‍तान इमानदारी के साथ शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए अपनी अहम भूमिका निभाता रहेगा। पाकिस्‍तान विदेश मंत्री का यह बयान ऐसे समय आया है जब अफगानिस्तान में अमेरिका सैन्‍य अड्डे के पास विस्फोट के बाद ट्रंप प्रशासन ने तालिबान के साथ शाति वार्ता को विराम देने की घोषणा की है। बता दें कि तीन महीने पूर्व यह शांति वार्ता बंद कर दी गई थी। ट्रंप प्रशासन ने इसको पुन: शुरू किया, लेकिन एक बार फ‍िर शांति वार्ता पर ग्रहण लग गया।

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इस बीच अफगानिस्तान में शांति वार्ता के लिए अमेरिकी प्रतिनिधि जालमाय खलीलजाद ने गुरुवार को कहा कि जब मैंने तालिबों से बगराम पर हुए हमले के बारे में नाराजगी व्यक्त की है। इस हमले में दो नागरिकों की लापरवाही से मौत हो गई और दर्जनों नागरिक घायल हो गए थे। उन्होंने ट्वीट किया कि तालिबान को यह दिखाना चाहिए कि वह शांति प्रक्रिया के लिए उत्‍सुक हैं।

बता दें कि बुधवार को अफगानिस्तान में अमेरिका के सबसे बड़े सैन्य अड्डे के पास बम विस्फोट में दो व्यक्तियों की मौत हो गई और करीब 60 लोग घायल हो गए थे। विस्फोट के चलते बगराम वायुसेना अड्डे के पास एक निर्माणाधीन अस्पताल और कई घर क्षतिग्रस्त हो गए थे। खास बात यह है कि यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका ने शनिवार को तालिबान के साथ बातचीत बहाल की थी। गौरतलब है कि तीन महीने पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस संबंध में राजनयिक प्रयासों को अचानक रोक दिया था। परवान के गवर्नर की प्रवक्ता वहीदा शाहकार ने बताया कि अमेरिकी वायुसेना अड्डा काबुल के उत्तर में स्थित परवान प्रांत में है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 28 नवम्बर को ‘थैंक्सगिविंग’ के मौके पर अचानक उत्तरी काबुल के बगराम पहुंचकर अपने सैनिकों से मिले थे और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से मुलाकात भी की थी।

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