Move to Jagran APP

भारत में नकली नोटों की तस्‍करी के लिए राजनयिक चैनलों का इस्‍तेमाल कर रहा पाकिस्‍तान

पाकिस्‍तान ने भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था को चोट पहुंचाने और लश्‍कर-ए-तैयबा जैश-ए-मुहम्‍मद जैसे आतंकी संगठनों की फंडिंग के लिए जाली नोटों का उत्‍पादन और उसकी तस्‍करी करनी शुरू कर दी है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 09 Oct 2019 10:43 AM (IST)Updated: Wed, 09 Oct 2019 11:50 AM (IST)
भारत में नकली नोटों की तस्‍करी के लिए राजनयिक चैनलों का इस्‍तेमाल कर रहा पाकिस्‍तान
भारत में नकली नोटों की तस्‍करी के लिए राजनयिक चैनलों का इस्‍तेमाल कर रहा पाकिस्‍तान

लंदन, एएनआइ। भारत की खुशहाली पाकिस्‍तान की आंखों में चुभने लगी है। वह भारत को अस्थितर करने का मौका नहीं चूकना चाहता है। समाचार एजेंसी एएनआइ ने वरिष्‍ठ अधिकारियों के हवाले से बताया है कि पाकिस्‍तान ने लश्‍कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्‍मद जैसे आतंकी संगठनों की फंडिंग के लिए जाली नोटों का उत्‍पादन और उसकी तस्‍करी करनी शुरू कर दी है। भारत की अर्थव्‍यवस्‍था को तबाह करने के लिए वह साल 2016 से पहले नकली नोटों की तस्‍करी का काम करने वाले गिरोहों, सिंड‍िकेटों, चैनलों और रास्‍तों का इस्‍तेमाल कर रहा है। 

loksabha election banner

बता दें कि तीन साल पहले भारत सरकार ने कालेधन, फेक करेंसी और टेरर फाइनेंसिंग पर लगाम लगाने के लिए नोटबंदी की थी। भारत सरकार के इस कदम से भारत में आतंकवाद फैला रहे पाकिस्‍तान की कोशिशों को करारा झटका लगा था। लेकिन जैसे ही भारत ने अनुच्‍छेद-370 खत्‍म करके आतंकियों पर नकेल कसनी शुरू की है, पाकिस्‍तान की बेचैनी बढ़ गई है। पाकिस्‍तान ने एकबार फ‍िर उन्‍हीं तरीकों का इस्‍तेमाल करना शुरू किया है जिनके बलबूते वह भारत को कमजोर करने का काम करता था। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्‍तान ने भारतीय करेंसी के नए नोटों की हूबहू नकल बना ली है और वह इनकी तस्‍करी में पूरी ताकत के साथ जुट गया है। 

वरिष्‍ठ अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्‍तान नेपाल, बांग्लादेश और अन्य देशों में फेक करेंसी नोटों की खेप लाने और उन्‍हें बांटने के लिए राजनयिक चैनलों का इस्‍तेमाल कर रहा है। भारत के खिलाफ काम करने वाले आतंकी संगठनों की फंडिंग के लिए पाकिस्‍तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने खुद मोर्चा संभाला है। वह उच्‍च क्‍वालिटी की फेक इंडियन करेंसी को छापने का बंदोबस्‍त कर रही है। हाल ही में डी-कंपनी का सहयोगी यूनुस अंसारी (Younus Ansari) रिहा हुआ है जो कि मई 2019 में तीन पाकिस्‍तानि‍यों के साथ काठमंडू एयरपोर्ट पर 7.67 करोड़ रुपयों के साथ गिरफ्तार किया गया था। 

सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान भारत में चलने वाले नए नोट की हूबहू नकल तैयार करके लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) और जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) जैसे आतंकी संगठनों को मुहैया करा रहा है। जांच में पाया गया है कि कराची के 'मलीर-हाल्ट' इलाके के 'पाकिस्तान के सिक्‍योरिटी प्रेस' में छापे जा रहे जाली नोट में पहली बार 'ऑप्टिकल वेरियबल इंक' का इस्तेमाल हो रहा है जो 2000 के नोट के धागे पर इस्तेमाल होती है। इस रंग की खासियत होती है कि नोट पर यह हरे रंग की दिखाई देती है जब‍कि नोट की दिशा बदलने पर इसका रंग बदलकर नीला हो जाता है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.