पाकिस्तान ने की ओआइसी की बैठक में आंखों में धूल झोंकने की कोशिश, कहा- भारत से हमले का खतरा
पाकिस्तान की दुनिया में कहीं दाल नहीं गली तो वह अब ओआइसी की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहा है। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि भारत हाथ धोकर पाकिस्तान के पीछे पड़ गया है। उसे भारत से सैन्य हमले का भी खतरा है।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। झूठ बोलने में पाकिस्तान का जवाब नहीं है। दुनिया में कहीं दाल नहीं गली तो वह अब इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआइसी) की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहा है। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि भारत हाथ धोकर पाकिस्तान के पीछे पड़ गया है। उसे भारत से सैन्य हमले का भी खतरा है। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर ओआइसी के संपर्क समूह की बैठक के दौरान कुरैशी के संदेश में यह बात कही गई।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के मुताबिक, इस बैठक के दौरान जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों की स्थिति और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर मौजूदा हालात की समीक्षा की गई। बैठक में पाकिस्तानी राजदूत मुनीर अकरम ने विदेश मंत्री कुरैशी का संदेश पढ़ा। इसमें मनगढ़त आरोप लगाए गए हैं। जैसे कि भारत जम्मू-कश्मीर में सुनियोजित रूप से जनसांख्यिकीय बदलाव कर रहा है। भारत इसे हिंदू बहुसंख्यक क्षेत्र में बदलना चाहता है। उर्दू का सरकारी दर्जा बदला जा रहा है। कुरैशी के संदेश में इस तरह के कई बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं।
ज्ञात रहे कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की वर्षगांठ पांच अगस्त पर शाह महमूद कुरैशी ने एक साक्षात्कार में फरवरी की शुरुआत में कश्मीर मसले पर इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) के विदेश मंत्रियों की बैठक आयोजित नहीं करने के लिए सऊदी अरब की आलोचना की थी। इससे सऊदी अरब पाकिस्तान से काफी नाराज हो गया था। उसने पाकिस्तान को दिया कर्ज वापस मांगा लिया था और पाकिस्तान को तेल की आपूर्ति रोक दी थी। नुकसान की भरपाई के लिए पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा तुरंत सऊदी अरब गए थे, लेकिन सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने उनसे मुलाकात करने से इनकार कर दिया
उधर, जिनेवा में भारत ने कड़ा प्रहार करते हुए स्थायी मिशन के प्रथम सचिव सेंथिल कुमार ने कहा था कि पाक को भारत के अंदरूनी मामलों में गलतबयानी से बाज आना चाहिए। हमें हैरानी नहीं हुई कि पाकिस्तान ने एकबार फिर काउंसिल का ध्यान झूठी सूचना और राजनीतिक प्रोपेगैंडा के जरिए भटकाने की कोशिश की है। पाकिस्तान को चाहिए कि वह दूसरों पर सवाल उठाने से पहले अपने घर को देख ले।