पाकिस्तान में पश्तूनों की आवाज बुलंद करने वाले नेता मंजूर पश्तीन राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार
Pakistan Pashtun leader Manzoor Pashteen arrested for sedition पाकिस्तान में पश्तूनों के पक्ष में आवाज बुलंद करने वाले नेता मंजूर पश्तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
नई दिल्ली/इस्लामाबाद, आइएएनएस। पाकिस्तान में पश्तूनों के पक्ष में आवाज बुलंद करने वाले संगठन पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट (Pashtun Tahaffuz Movement, PTM) के प्रमुख मंजूर पश्तीन (Manzoor Pashteen) को आज यानी सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें पेशावर के शाहीन टाउन से तड़के गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद पेशावर की एक अदालत ने मानवाधिकार कार्यकर्ता मंजूर पश्तीन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्टों के मुताबिक, मंजूर पश्तीन और उनके सैकड़ों समर्थकों पर देशद्रोह के आरोप लगाए गए हैं। पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट (Pashtun Tahaffuz Movement, PTM) के प्रमुख पश्तीन की खैबर पख्तूनख्वा में भारी लोकप्रियता है। पाकिस्तानी सेना द्वारा पश्तूनों के खिलाफ हो रही ज्यादतियों और गैर न्यायिक एनकाउंटरों के खिलाफ मंजूर पश्तीन लगातार आवाज बुलंद करते रहे हैं।
समाचार एजेंसी आइएएनएस ने पुलिस के हवाले से बताया है कि पीटीएम प्रमुख के खिलाफ डेरा इस्माइल खान के सिटी पुलिस स्टेशन में 18 जनवरी को यह केस दर्ज किया गया था। उन पर राजद्रोह, देश की संप्रभुता को खत्म करने की कोशिश करने समेत कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पश्तीन के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि उन्होंने 18 जनवरी को डेरा इस्माइल खान में एक सभा में पाकिस्तान के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां कीं।
एफआइआर में यह भी कहा गया है कि उन्होंने रैली में कहा था कि देश का 1973 का संविधान मूल मानवाधिकारों का उल्लंघन करता है। पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट के नेता एवं सांसद Mohsin Dawar (मोहसिन डावर) ने इस गिरफ्तारी पर कहा है कि यह शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से अपने अधिकारों की मांग करने का पाकिस्तानी सरकार की ओर से हमें इनाम दिया गया है। मंजूर की गिरफ्तारी हमारे हौसले को और मजबूत करेगी। हम उन्हें जल्द रिहा करने की मांग करते हैं।
मोहसिन डावर ने ट्विटर पर पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट के कार्यकर्ताओं और समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि इस मसले पर रायशुमारी के बाद भावी रणनीति बनाई जाएगी। डावर ने कहा कि हम उनके खिलाफ खड़े हैं जो हमारे संवैधानिक अधिकारों को नहीं देना चाहते हैं, लेकिन वे भी सुन लें कि हम यह मांग करते रहेंगे। वहीं मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी Manzoor Pashteen पश्तीन की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी रिहाई की मांग की है।