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कश्मीर को भारत का हिस्सा दिखाने पर पीटीवी ने दो पत्रकारों को निकाला, संसद में उठा मामला

पाकिस्तान सरकार द्वारा संचालित पीटीवी न्यूज चैनल ने कश्मीर को भारत का हिस्सा दिखाने वाले नक्शे को प्रसारित करने वाले दो पत्रकारों को बर्खास्त कर दिया है।

By Tilak RajEdited By: Published: Fri, 12 Jun 2020 03:41 PM (IST)Updated: Fri, 12 Jun 2020 03:41 PM (IST)
कश्मीर को भारत का हिस्सा दिखाने पर पीटीवी ने दो पत्रकारों को निकाला, संसद में उठा मामला
कश्मीर को भारत का हिस्सा दिखाने पर पीटीवी ने दो पत्रकारों को निकाला, संसद में उठा मामला

इस्लामाबाद, प्रेट्र। पाकिस्तान सरकार द्वारा संचालित पीटीवी न्यूज चैनल ने कश्मीर को भारत का हिस्सा दिखाने वाले नक्शे को प्रसारित करने वाले दो पत्रकारों को बर्खास्त कर दिया है। घटना छह जून की है, जिसे पाकिस्तानी संसद में आठ जून को उठाया गया था। इसके बाद सीनेट अध्यक्ष सादिक संजरानी ने इस मुद्दे को सूचना और प्रसारण मामले से जुड़ी स्थायी समिति को कार्रवाई के लिए भेज दिया था। बता दें कि पाकिस्तान अपने आधिकारिक नक्शे में कश्मीर को अपना हिस्सा दिखाता है, जबकि भारत का स्पष्ट रुख है कि गुलाम कश्मीर और अकसाई चिन दोनों भारत का अभिन्न अंग हैं।

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पाकिस्तान टेलीविजन (पीटीवी) प्रबंधन ने सात जून को सोशल मीडिया पर कहा था कि वह इसकी जांच कर रहा है और इस बड़ी चूक के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद 10 जून को चैनल के दो कर्मचारियों पर इस घटनाक्रम की गाज गिरी। पीटीवी ने ट्वीट करके बताया, 'पाकिस्तान के नक्शे की गलत तस्वीर प्रसारित करने के मामले में बनाई गई जांच समिति की सिफारिश पर कड़ी कार्रवाई करते हुए दो अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। चैनल ने कर्मचारियों के नाम नहीं बताए हैं। इससे पहले विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी तथा मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने भी कार्रवाई की मांग की थी।

PoK के आतंकी शिविरों में चीन की वित्‍तीय खुराक देने की साजिश

पूर्वी लद्दाख में अपनी साजिशें सफल न होते देख चीन अब गुलाम कश्‍मीर (PoK) से आतंकी गतिविधियों को हवा देने की साजिश में खुलकर पाकिस्‍तान के साथ आ गया है। अपनी इस साजिश के तहत चीनी सेना के अधिकारी न केवल गुलाम कश्‍मीर में आतंकी शिविरों में देखे गए, बल्कि पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी के साथ मिलकर आतंकी संगठनों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। चीन अब आतंकी संगठनों को पैसा और हथियार भी प्रदान करेगा। सूत्रों ने बताया कि सभी जानते हैं कि चीन बीते एक दशक से गुलाम कश्मीर में दखलअंदाजी कर रहा है। वह वहां सड़क, बांध और पनबिजली परियोजनाओं के निर्माण के साथ साथ पाकिस्तानी सेना की भी मदद कर रहा है।


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