पाक में धर्म परिवर्तन का एक और मामला, कोर्ट ने भी हिंदू महिला को मुस्लिम पति के पास भेजा
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में धर्म परिवर्तन का एक वाकया सामने आया है। यही नहीं न्यायिक मजिस्ट्रेट ने भी महिला को उसके मुस्लिम पति के साथ रहने की इजाजत दे दी है।
कराची, पीटीआइ। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ ज्यादतियों का मामला थम नहीं रहा है। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में धर्म परिवर्तन का एक वाकया सामने आया है। बलूचिस्तान प्रांत में एक न्यायिक मजिस्ट्रेट ने धर्म परिवर्तन के बाद हिंदू महिला को उसके मुस्लिम पति के साथ रहने की इजाजत दे दी है। महिला के परिजनों ने अपहरण और जबरन इस्लाम धर्म कुबूल कराने का आरोप लगाया था।
हालांकि अदालत ने परिजनों की फरियाद को अनसुना कर दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिणी सिंध प्रांत के गढ़ी साभायो की रहने वाली रेशमा 17 जून को घर से बाहर जाने के बाद से लापता थी। उसके परिजनों ने दिल मुराद चांदिओ पर अपहरण और शादी करने के लिए उसे जबरन इस्लाम धर्म कुबूल कराने का संदेह जताया था। बागरी समुदाय से आने वाली रेशमा इसी सप्ताह डेरा अल्लाहयार कोर्ट में अपने पति के साथ पेश हुई।
अदालत में महिला ने कहा कि उसकी उम्र 20 साल से ज्यादा है और उसने अपनी मर्जी से चांदिओ से शादी की है। यही नहीं महिला ने यह भी बताया कि इस्लाम धर्म कुबूल करने के बाद उसने मुस्लिम नाम बशीरन रख लिया है। इसके बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट ने उसे पति के साथ जाने की इजाजत दे दी। महिला के परिजनों ने जैकोबाबाद में सदर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
सिंध के भीतरी हिस्से में बड़ी संख्या में हिंदू लड़कियों को इस्लाम धर्म कुबूल कराने और मुस्लिमों के साथ शादी करने के खिलाफ हिंदू समुदाय के नेताओं ने पूर्व में विरोध प्रदर्शन किया था। उनका कहना है कि ज्यादातर मामले अपहरण और जबरन धर्मातरण के हैं। अभी हाल ही में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत (Pakistan Punjab Province) में लाहौर शहर के युहानाबाद इलाके (Youhanabad) में एक ईसाई लड़की को स्थानीय मुस्लिम युवकों ने बंदूक की नोक पर अगवा कर लिया था।