नौकरी से निकाले गए पाक एयरलाइंस के 52 कर्मचारी, फर्जी लाइसेंस के मामलों में कार्रवाई
पायलटों के फर्जी लाइसेंस में घिरी पाकिस्तान की सरकारी विमानन कंपनी ने अपने 52 कर्मचारियों की छुट्टी कर दी है। हाल ही में पाया गया था कि कई पायलटों के लाइसेंस फर्जी हैं।
इस्लामाबाद, पीटीआइ। पायलटों के फर्जी लाइसेंस में घिरी पाकिस्तान की सरकारी विमानन कंपनी ने अपने 52 कर्मचारियों की छुट्टी कर दी। यह कार्रवाई फर्जी लाइसेंस और नियमों के उल्लंघन समेत कई मामलों में की गई है। आर्थिक संकट से जूझ रही पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआइए) ने पिछले माह अपने 140 से ज्यादा पायलटों को काम पर आने से रोक दिया था। यह उजागर हुआ था कि इनमें से कई पायलटों के लाइसेंस फर्जी हैं।
डॉन अखबार ने पीआइए कर्मचारियों को मिले पत्रों के हवाले से बताया, 'किसी भी संगठन के लिए अनुशासन सबसे अहम पहलू है। इसलिए मेहनती व समर्पित कर्मचारियों की सराहना करना और नियमों के तहत निष्पक्ष जांच के बाद दोषी पाए जाने वालों को दंडित करना महत्वपूर्ण है।'
अखबार ने बताया कि पीआइए ने शुक्रवार को अपने 52 कर्मचारियों को फर्जी डिग्री, नियमों के उल्लंघन और अनधिकृत रुप से मीडिया में सूचनाओं को लीक करने के मामलों में नौकरी से निकाल दिया। कंपनी ने अपने कर्तव्य के प्रति समर्पित रहने वाले 11 कर्मचारियों को सराहना पत्र से सम्मानित भी किया है। बता दें कि मलेशिया में भी फर्जी लाइसेंस मामले में कई पाकिस्तानी पायलटों को निलंबित कर दिया गया है।
लाइसेंस धोखाधड़ी का मामला सामने आने पर कई देशों ने चिंता जाहिर की है। इसी चिंता को लेकर हाल ही में यूरोपीय यूनियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी ने यूरोप के लिए पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की उड़ानों पर छह माह के लिए रोक लगा दी है। यूरोपीय यूनियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी के कदम के बाद पाकिस्तान ने भी यूरोपीय देशों के लिए पीआइए की सेवा ठप करने की घोषणा की है। यूरोपियन यूनियन एयर सेफ्टी एजेंसी ने यह फैसला 262 पाकिस्तानी पायलटों को फर्जी घोषित करने के बाद लिया।
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस अभी पायलटों के फर्जी लाइसेंस के सदमे से उबरी भी नहीं थी कि उसे स्पेशल फ्लाइट के टिकट घोटाले में लाखों की चपत लगी है। बताया जाता है कि यूरोप के लिए इन विशेष उड़ानों की टिकट बिक्री में अधिकारियों ने 80 लाख रुपये से अधिक के घोटाले को अंजाम दिया है। अधिकारियों ने विशेष उड़ानों से उन 50 यात्रियों को भी इटली और फ्रांस भेज दिया जिन्होंने पहले से टिकट खरीद रखे थे जबकि नियमों के मुताबिक, विशेष उड़ानों से पहले से टिकट लेने वालों को नहीं भेजा जाना था।