जनता का ध्यान बंटाने को लेकर जानिए क्या है PM इमरान खान का नया पैतरा, आतंकी हमले की डेट बताई
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने यह दावा किया कि एक बार फिर कश्मीर घाटी में पुलवामा जैसी आतंकी घटना हो सकती है। भारत इसके बाद पाक के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का सहारा ले सकता है।
इस्लामाबाद, एजेंसी। पुलवामा आतंकी हमले के बाद देश दुनिया से अलग-थलग पड़ चुका पाकिस्तान भारत के खिलाफ रोज एक नया पैतरा पेश करता रहा है। दिवालिया हो चुका पाकिस्तान, भारत के खिलाफ मोेर्चा खोलकर देश की जनता का ध्यान दूसरी ओर बांटना चाहता है। इस कड़ी में रविवार को पाकिस्तान का एक नया पैतरा सामने आया है।
सैन्य आक्रमण के खिलाफ भारत को किया आगाह
पाकिस्तानी हुकूमत ने भारतीय उप उच्चायुक्त से कहा है कि वह भारत द्वारा किसी भी सैन्य आक्रमण के खिलाफ आगाह करता है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारत पर बेबुनियाद और मनगढ़ंत आरोप लगाते हुए कहा कि वह उसके खिलाफ एक नई साजिश रच रहा है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद दुनियाभर में जलालत झेल रहा पाकिस्तान का यह नया पैंतरा सामने आया है। पाकिस्तान ने कहा कि भारत सैन्य आक्रमण का सहारा ले सकता है।
पाकिस्तान के विदेश मंंत्री शाह महमूद कुरैशी ने रविवार को अपने एक बयान में कहा कि उनके पास विश्सनीय खुफिया जानकारी है। इसमें यह दावा किया गया है कि 16 से 29 अप्रैल के बीच देश के खिलाफ पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ सकता है। इसके साथ पाकिस्तान ने कहा है भारत में कश्मीर घाटी में पुलवामा जैसी घटना का दोहराव हो सकता है।
भारत ने दी तीखी प्रतिक्रिया
उधर, भारत ने कुरैशी के बयान पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उसके आरोप निराधार और मनगढ़ंत है। भारत विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत के पास सीमा पार से आतंकवादी हमले का दृढ़ता से और निर्णायक रूप से जवाब देने का अधिकार है। प्रवक्ता ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री के इस बयान कि भर्त्सना करते हुए कहा है कि पड़ोसी मुल्क द्वारा दिया गया यह कथन गैर जिम्मेदाराना है। भारत विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह पाकिस्तान की सार्वजनिक नौटंकी है। पाक के इस बयान से साफ है कि वह आतंकवािदयों को भारत के खिलाफ उकसा रहा है। पाकिस्तान सीमापार से किसी भी आतंकववादी हमले की जिम्मेदारी से बच नहीं सकता है।
भारत ने दो टूक कहा है कि पाकिस्तान को इस प्रकार के बयानबाजी के बजाए आतंकवाद के खिलाफ ठोस और विश्वसनीय कदम उठाने की जरूरत है। भारत ने पाकिस्तान को सलाह देते हुए कहा है कि आतंकी हमलों के बारे में मिली किसी खुफिया जानकारी को उचित मंच पर साझा करें। इसके लिए राजनयिक और डीजीएमओ चैनलाे के उपयोग के बारे में भी सुझाव दिया गया है।