कश्मीर पर नहीं थम रही पाकिस्तान की बेचैनी, शाह महमूद कुरैशी ने लिखा सुरक्षा परिषद को पत्र
पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष को कश्मीर मसले को उठाने के लिए पत्र लिखा है।
इस्लामाबाद, पीटीआइ। पाकिस्तान ने एकबार फिर दुनिया के सामने कश्मीर का राग अलापा है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव (UN Secretary General) और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष (President of the Security Council) को कश्मीर मसले (Kashmir issue) को उठाने के लिए पत्र लिखा है। समाचार एजेंसी पीटीआइ ने पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के हवाले से यह जानकारी दी है।
विदेश मंत्रालय ने बताया है कि हाल के महीनों में कुरैशी ने पत्रों के जरिए कश्मीर के हालात को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) और संयुक्त राष्ट्र महासचिव को अपडेट किया है। बीते 12 दिसंबर को लिखे अपने पत्र में कश्मीर मसले को फिर से उठाया है। कुरैशी ने सुरक्षा परिषद से इस मसले पर दखल देने की गुहार लगाई है। इससे पहले 01, 06, 13 अगस्त, 26 सितंबर, और 16, 31 अक्टूबर को भी कुरैशी ने कश्मीर मसले पर सुरक्षा परिषद को पत्र लिखा था।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद से ही पाकिस्तानी हुक्मरानों में बेचैनी है। वे आए दिन भारत के खिलाफ साजिशें रचते हैं। अभी कल ही (गुरुवार को) पाकिस्तान ने अपने सरकारी रेडियो चैनल पर एक फर्जी खबर चलाई कि इमरान खान की सरकार ने पाकिस्तान में अपने सरकारी रेडियो चैनल के जरिए यह दावा किया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने जम्मू-कश्मीर के मसले पर एक गोपनीय अनौपचारिक बहस की है। रेडियो चैनल ने अपने विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता के हवाले से यह खबर फैलाई।
हालांकि, समाचार एजेंसियों ने पाकिस्तान के इस झूठ को बेनकाब कर दिया। समाचार एजेंसी आइएएनएस को बताया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कश्मीर के मसले पर किसी प्रकार की बैठक या अनौपचारिक बहस नहीं हुई है। भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि फ्रांस ने इस प्रस्ताव को रोकने के लिए बीजिंग के अनुरोध पर वीटो का इस्तेमाल किया। पीटीआइ ने बताया कि सुरक्षा परिषद में कश्मीर पर किसी भी प्रकार की गोपनीय चर्चा नहीं होगी, क्योंकि चीन ने अपना अनुरोध वापस ले लिया है।