सीजफायर उल्लंघन को लेकर पाकिस्तान ने भारत के उप उच्चायुक्त को तलब किया
सीजफायर उल्लंघन मामले को लेकर एक बार फिर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारतीय उप उच्चायुक्त जेपी सिंह को पेश होने को कहा है।
इस्लामाबाद (आइएएनएस/एएनआइ)। सीजफायर उल्लंघन मामले को लेकर एक बार फिर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारतीय उप उच्चायुक्त जेपी सिंह को पेश होने को कहा है। इससे पहले अगस्त महीने में भी पाकिस्तान ने सिंह को बुलाया था और सीजफायर उल्लंघन की कड़ी निंदा करते हुए उल्टा भारतीय सेना पर सवाल उठाए थे। इस बार भी पाकिस्तान ने भारतीय सेना पर सीजफायर का अकारण उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि भारतीय सेना की गोलीबारी में एक स्थानीय नागरिक की मौत हो गई है।
विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि भारत की ओर से की गई फायरिंग में एलओसी से सटे दाना सेक्टर में एक 65 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई और एक लड़का भी घायल हो गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल ने कहा, 'भारतीय सेना एलओसी और आबादी वाले इलाके को लक्षित कर फायरिंग कर रही है। हालांकि इस तरह के आरोप पाकिस्तान की ओर से पहले भी लगाए जा चुके हैं।
क्रॉस-बॉर्डर फायरिंग के आंकड़ों का ब्योरा देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि 2018 में भारतीय सेना ने एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 1900 से अधिक बार सीजफायर का उल्लंघन किया। जिसके परिणामस्वरूप 31 निर्दोष नागरिकों की मौत हुई है, जबकि 122 अन्य घायल हो गए हैं। उन्होंने एक बयान में कहा, 'भारत की ओर सीजफायर उल्लघंन के मामलों में अभूतपूर्व वृद्धि वर्ष 2017 से जारी है, जब भारतीय सेना ने 1970 बार युद्धविराम का उल्लंघन किया था।'
प्रवक्ता ने कहा कि नागरिक आबादी वाले क्षेत्रों को जानबूझकर निशाना बनाना, वास्तव में निंदनीय है। ये मानव गरिमा, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार और मानवीय कानूनों के विपरीत है। फैसल ने भारतीय उप उच्चायुक्त को बताया, 'भारत द्वारा युद्धविराम का उल्लंघन क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक खतरा है और इससे रणनीतिक गलतफहमी हो सकती है।' पाकिस्तान और भारत ने 2003 में युद्धविराम की घोषणा की थी, हालांकि इसके बावजूद सीजफायर के उल्लंघन का सिलसिला थमा नहीं है।
प्रवक्ता ने भारतीय पक्ष से 2003 की युद्धविराम व्यवस्था का सम्मान करने, युद्धविराम के उल्लंघन की अन्य घटनाओं की जांच करने और भारतीय सेनाओं को युद्धविराम का सम्मान करने और सीमा पर शांति बनाए रखने को कहा है। उन्होंने आग्रह किया कि भारतीय पक्ष को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार भारत और पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह को अपनी अनिवार्य भूमिका निभाने की अनुमति देनी चाहिए।
गौरतलब है कि सीजफायर उल्लंघन को लेकर भारत पर सवाल उठाने वाला पाकिस्तान लगातार भारतीय सीमा में घुसपैठ और सीजफायर का उल्लंघन करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ती है। पाकिस्तानी गोलीबारी के कारण सीमा पर सटे गांव पर रहने वाले लोगों को जीना मुश्किल हो रखा है।